‘कारी तू कभी ना हारी’ पर बेबीनार का आयोजन, पुस्तक पर हुई परिचर्चा व संवाद गोष्ठी
लेखक ललित मोहन रयाल द्वारा रचित ‘कारी तू कभी ना हारी’ पर वेबीनार के माध्यम
लेखक ललित मोहन रयाल द्वारा रचित ‘कारी तू कभी ना हारी’ पर वेबीनार के माध्यम
वरिष्ठ कथाकार बटरोही जी का कथा-संग्रह ‘अनाथ मुहल्ले के ठुल-दा’ अप्रैल 2021 में समय साक्ष्य
वरिष्ठ कथाकार बटरोही जी के कथा-संग्रह ‘एक बीते मुहल्ले की कहानी’ का दूसरा संस्करण समय
उत्तराखंड के वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी व वर्तमान में संभागीय खाद्य नियंत्रक व गन्ना आयुक्त के
शिक्षा और बुद्धिमत्ता का हमेशा सीधा संबंध नहीं होता। कई बार देखने में आता है
शिक्षक बनने से पहले शिक्षक प्रशिक्षण लेना होता है। यह एक ट्रेनिंग कॉलेज की कथा
गर्मी की छुट्टियाँ किसी उत्सव से कम नहीं होती थी। बीस मई को नतीजा निकलता
कोरोनावायरस के साथ जंग के बीच लॉक डाउन में अपने घर में रह रहे परिवारों
चार-पाँच दशक पहले अधिकांश भारत गाँवों में बसता था। साधन कम होने के बावजूद लोगों
यह कहानी गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित है। उदारीकरण से पहले के भारत में ग्रामीण क्षेत्रों