Pithoragarh News- उत्तराखंड में कई बीमारियों के उपचार के लिए गोमूत्र का अर्क रामबाण साबित हो रहा है लिहाजा अब गोमूत्र के जरिए लोगों को रोजगार देने की कवायद भी शुरू हुई है। इसकी शुरुआत पिथौरागढ़ में मिताडी गांव से हो रही है। यहां जिले की पहली गोमूत्र अर्क उत्पादन यूनिट लगने जा रही है।
दरअसल सीमांत इलाके पिथौरागढ़ में बड़ी संख्या में लोग गोपालन करते हैं और अब गोमूत्र की भी देश के बाजार में बड़ी महान है लिहाजा पहाड़ी इलाकों में पाई जाने वाली बद्री गाय के गोमूत्र की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ रही है गोमूत्र का अर्क निकालकर विभिन्न कंपनियां बाजार में इसे बेच रही है।
लिहाजा अब केंद्र सरकार की मदद से यहां एक यूनिट लगाई जाएगी पिथौरागढ़ के मिताडी गांव में गोमूत्र अर्क उत्पादन एवं संग्रह केंद्र बनाने का प्रस्ताव बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम बीएडीपी के तहत केंद्र सरकार को दिया गया था। जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकृत करते हुए 5 लाख की धनराशि भी स्वीकृत कर दी है। कनालीछीना विकासखंड के मिताली गांव में इसके बनने से आसपास के गांव के लोगों को रोजगार मिलेगा । यहां गोमूत्र का संकलन करके इसका अर्क निकालने के बाद इसे बाजार में लाया जाएगा।
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