देहरादून- राजकीय शिक्षक संगठन में लगता है फूट पड़ गई है, यही वजह है कि राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष पद से राम सिंह चौहान ने अपना त्यागपत्र प्रांतीय महामंत्री रमेश पैन्यूली को दे दिया है। जिसकी पुष्टि प्रांतीय महामंत्री के द्वारा की गई है, वहीं प्रांतीय महामंत्री का कहना है कि संगठन के अध्यक्ष राम सिंह चौहान से बात की जाएगी और संगठन को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा। जो लोगो संगठन के खिलाफ बात कर रहे है उनके खिलाडी कर्रवाई की जाएगी।
क्या कुछ बातें अपने त्याग पत्र में राम सिंह चौहान ने कही है⤵️
महोदय, आपको अवगत कराना है कि राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड लगातार सरकार, शासन एवं विभाग से शिक्षकों के लम्बित प्रकरणों के समाधान के लिए निरन्तर प्रयासरत है। राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड द्वारा सरकार, शासन एवं विभाग से सामंजस्य स्थापित बनाते हुए शिक्षकों के कई लंबित प्रकरणों का समाधान भी किया गया है।किन्तु मुझे बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड के कुछ जनपदीय एवं प्रांतीय पदाधिकारियों द्वारा स्वयं ही सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए संगठन के विरूद्ध लगातार कार्य करने के साथ संगठन विरोधी आचरण में व्यस्त हैं। मेरे द्वारा कई बार मौखिक रूप से कहने एवं समझाने के बाद भी लगातार संगठन विरोधी गतिविधियों में व्यस्त हैं।जिसके कारण सरकार, शासन एवं विभाग भी इन बातों का लाभ उठाकर शिक्षकों के लंबित प्रकरणों का समय से निस्तारण नहीं कर रहे हैं। उक्त के क्रम में आपको अवगत करना है कि इस तरह की परिस्थितियों में, मैं संगठन के कार्य करने में असमर्थ हूँ। इसलिए मैं राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रहा हूँ। शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के प्रांतीय अध्यक्ष पद से त्यागपत्र स्वीकार करने का कष्ट करें।
Political शिक्षक संगठन के अध्यक्ष पद से राम सिंह चौहान ने दिया त्याग पत्र।
देहरादून- राजकीय शिक्षक संगठन में लगता है फूट पड़ गई है, यही वजह है कि राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष पद से राम सिंह चौहान ने अपना त्यागपत्र प्रांतीय महामंत्री रमेश पैन्यूली को दे दिया है। जिसकी पुष्टि प्रांतीय महामंत्री के द्वारा की गई है, वहीं प्रांतीय महामंत्री का कहना है कि संगठन के अध्यक्ष राम सिंह चौहान से बात की जाएगी और संगठन को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा। जो लोगो संगठन के खिलाफ बात कर रहे है उनके खिलाडी कर्रवाई की जाएगी।
क्या कुछ बातें अपने त्याग पत्र में राम सिंह चौहान ने कही है⤵️
महोदय, आपको अवगत कराना है कि राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड लगातार सरकार, शासन एवं विभाग से शिक्षकों के लम्बित प्रकरणों के समाधान के लिए निरन्तर प्रयासरत है। राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड द्वारा सरकार, शासन एवं विभाग से सामंजस्य स्थापित बनाते हुए शिक्षकों के कई लंबित प्रकरणों का समाधान भी किया गया है।किन्तु मुझे बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखण्ड के कुछ जनपदीय एवं प्रांतीय पदाधिकारियों द्वारा स्वयं ही सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए संगठन के विरूद्ध लगातार कार्य करने के साथ संगठन विरोधी आचरण में व्यस्त हैं। मेरे द्वारा कई बार मौखिक रूप से कहने एवं समझाने के बाद भी लगातार संगठन विरोधी गतिविधियों में व्यस्त हैं।जिसके कारण सरकार, शासन एवं विभाग भी इन बातों का लाभ उठाकर शिक्षकों के लंबित प्रकरणों का समय से निस्तारण नहीं कर रहे हैं। उक्त के क्रम में आपको अवगत करना है कि इस तरह की परिस्थितियों में, मैं संगठन के कार्य करने में असमर्थ हूँ। इसलिए मैं राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रहा हूँ। शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के प्रांतीय अध्यक्ष पद से त्यागपत्र स्वीकार करने का कष्ट करें।
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