पहाड़ी वैवाहिक रस्मों में मुसकलों (संदेशवाहक), आंछत फरकैण रस्म व मंगलगीतों का है अपना महत्व
देवभूमि उत्तराखंड जहाँ एक ओर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व विख्यात है वहीं इसकी
देवभूमि उत्तराखंड जहाँ एक ओर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व विख्यात है वहीं इसकी
देहरादून-/हल्द्वानी/ लालकुआं– मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा वरिष्ठ पत्रकार व सामाजसेवी शीशपाल गुसाई द्वारा लिखित
वैश्विक महामारी कोरोना ने इस बार पूरे विश्व सहित हमारे देश भारत को भी काफी
हमारे सत्य सनातन संस्कृति की सदैव से विज्ञान आधारित परंपरा रही है, जिसे मुगल आक्रमणों,
हल्द्वानी- मशहूर एक्ट्रेस और टीवी डायरेक्टर नीना गुप्ता ने लॉकडाउन के दौरान नैनीताल की खूबसूरत
शिक्षा और बुद्धिमत्ता का हमेशा सीधा संबंध नहीं होता। कई बार देखने में आता है
च्यल मारनो बाप कै लात, सास ज्वेड़ने ब्वारी हाथ, च्याल ब्वारियोक खिलखिलाट, ओ बाज्यू बुढ़
भगवान विष्णु को शंख ध्वनि सबसे अधिक प्रिय है।और भगवान विष्णु की प्रत्येक तस्वीरों में
भाँग (मरजुआना) हमारी परंपरा में प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। अगर यह
ग्राम्य जीवन में मुर्गे का मनुष्य जीवन से गहरा सांस्कृतिक संबंध रहा है। उसकी बड़े