यात्रा वृत्तांत (छटा व अंतिम भाग) उत्तराखंड के कपकोट विधानसभा के कलाग ग्रामसभा की दर्द भरी कहनी.
हम सभी ने नौले के अंदर से पानी के कनस्तर को निकाला और नौले की
हम सभी ने नौले के अंदर से पानी के कनस्तर को निकाला और नौले की
गर्मी का सीजन शुरू होते ही जंगलों में आग लगने का सिलसिला भी शुरू हो
लेकिन मैं यह चाहता था कि जब हम बहुत ज्यादा प्यासे हो तब इस कोल्ड्रिंग
हम चिंणाग गांव होते हुवे आगे बढ़ने लगे , उसी गांव के एक बुजुर्ग से
बचपन की यादों को जोड़ता तोड़ता में अपने घर जाने के रास्ते को याद करने
शब्दो का हिमनद अति हिमपात के कारण बहने को तैयार है और भावनाओं की झील
7 मई 2017 सुबह के साढ़े आठ बजे पहाड़ की सर्पीली सड़क में दौड़ती मेरी