गर्मी का सीजन शुरू होते ही जंगलों में आग लगने का सिलसिला भी शुरू हो गया है और जंगलों की आग की वजह से वन्यजीवों के अलावा इंसानी जिंदगी भी खतरे में आती है यही वजह है कि इस वर्ष फायर सीजन की यह पहली दर्दनाक घटना भी सामने आई है। death in forest fire bageshwar
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मामला उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट (kapkot)क्षेत्र का है जहां शनिवार की शाम को चचई गांव की नंदी देवी अपनी दो पड़ोसी महिलाओं के साथ घास काटने गई थी अचानक जंगल में लगी आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि तीनों महिलाएं आग से बचने का रास्ता नहीं खोज पाई, आग की लपटों और दावानल की वजह से नंदी देवी उम्र 40 वर्ष जिंदा जल गई और उनकी दर्दनाक मौत हो गई, death in forest fire bageshwar
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इसके अलावा चचई गांव की ही इंदिरा देवी इस आग के दरमियान लापता है उनका कोई पता नहीं चला जबकि गांव की ही घास काटने गई तीसरी महिला बुरी तरह झुलसी हुई है। गांव वालों को तब पता चला जब देर शाम तक तीनों महिलाएं घर नहीं लौटी तो गांव वालों ने खोजबीन की।
बुरी खबर- राज्य में कोरोनावायरस के 6 मरीज और बढ़े, पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 22…….
उधर कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण का कहना है जंगलों में फायर सीजन शुरू हो गया है लेकिन वन विभाग का कोई कर्मचारी देर शाम तक मौके पर नहीं पहुंचा था इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है तीसरी महिला की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ और पुलिस को लगाया गया है।
बेटे ने मां को खर्च के लिए दिए रुपए, और मां ने कोरोना से जंग के लिए राहत कोष में जमा कराएं…..
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