उत्तराखंड राज्य में जब जब विपत्ति या आपदा आई है तब तक मातृशक्ति ने एकजुट होकर राज्य के लिए संघर्ष किया है आज भी देश के साथ उत्तराखंड में भी कोरोना coronavius का संकट छाया हुआ है राज्य सरकार लगातार कोरोनावायरस को लेकर सभी एहतियाद कदम उठा रही है। ऐसे में सरकार को इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए जन सहयोग की भी आवश्यकता है।
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राज्य पर संकट देख मातृशक्ति भी आगे आ रही है पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर में सुनीता गैरोला नाम की महिला द्वारा राज्य मंत्री धन सिंह रावत के माध्यम से बेटे द्वारा खर्च चलाने के लिए दी गई रकम इकठ्ठा कर मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने के लिए दी है। दरअसल सुनीता गैरोला के बेटे अमन गैरोला सेना में अफसर हैं और उन्होंने अपनी मां को खर्च के लिए जो रुपये दिए थे उनमें बचाकर सुनीता गैरोला द्वारा ₹50000 का चैक मुख्यमंत्री राहत कोष (Chief Minister Relief Fund) के लिए दिया गया।
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उत्तराखंड राज्य की मातृशक्ति राज्य गठन से पहले ही बड़े-बड़े आयाम अपने नाम लिख चुकी है ऐसे में राज्य में जब भी संकट आता है तो मातृशक्ति हमेशा आगे आती है कुछ दिन पूर्व ही उत्तरकाशी की ब्लाक प्रमुख विनीता रावत द्वारा अपना पूरा होटल आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए दिए जाने की घोषणा के बाद सुनीता गैरोला द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹50000 जमा कराना इस बात का उदाहरण है कि उत्तराखंड की मातृशक्ति राज्य में आए इस वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करने को तैयार है। women help Chief Minister Relief Fund
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