पिथौरागढ़- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वोकल फ़ॉर लोकल का नारा दिए जाने के बाद हर कोई इस ओर ध्यान दे रहा है लिहाजा लोगों में जागरूकता भी आई है जिससे छोटे-छोटे स्वरोजगार को बेहतर तरीके से चलने में आसानी हुई है ऐसा ही कुछ पहाड़ की एक बिटिया ने किया है जिन्होंने न सिर्फ उत्तराखंड की लोक संस्कृति को नया आयाम दिया है बल्कि उनके इस नए प्रयोग की हर जगह सराहना हो रही है जी हां उत्तराखंड की लोक कला ऐपण का यह स्वरूप पहली बार देखने को मिला है जो न सिर्फ रोजगार का साधन बन रहा है बल्कि एक अलग पहचान भी दे रहा है।
दरअसल पिथौरागढ़ की बेटी निशु पुनेठा ने आत्मनिर्भर भारत का सर्वोत्तम उदाहरण देते हुए अपनी ऐपण कलाकृति के हुनर से पिथौरागढ़ के विकास भवन के नेम प्लेट और साइन बोर्ड इतनी सुंदरता से लिखे हैं कि हर कोई उन्हें देखकर मंत्रमुग्ध हो जा रहा है। यह सिर्फ स्वरोजगार के लिए एक नया रास्ता तैयार हुआ है बल्कि राज्य में ऐसा अभिनव प्रयोग पहली बार हुआ है। पहाड़ की होनहार बेटियों को स्वरोजगार के लिए इस तरह के नए रास्ते खोजने की हर जगह प्रशंसा हो रही है मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने भी निशु पुनेठा के इस सराहनीय पहल को साधुवाद देते हुए जिला प्रशासन पिथौरागढ़ को भी बधाई दी है क्योंकि जिला प्रशासन ने विकास भवन के लिए ऐपण से बनाई गई नेम प्लेट और साइन बोर्ड लगाने की परंपरा शुरू की है।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें