हल्द्वानी : शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लामाचौड़ स्थित केवीएम पब्लिक स्कूल KVM SCHOOL LAMACHOUR में छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और लोक कला की भी शिक्षा दी जाती है। इसका ताजा उदाहरण हरेला महोत्सव है। जो की पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। पहाड़ी कल्चर में हरेला को किस रूप में मनाया जाता है केवीएम स्कूल लामाचौड़ ने अपने छात्रों को यह सांस्कृतिक शिक्षा प्रदान की।
- संस्कृति संजोना – विद्यालयी दायित्व
लामाचौड़ स्थित के. वी. एम पब्लिक स्कूल कुमाऊँनी संस्कृति सवर्धन एवं संरक्षण में अग्रणीय रहा है। विद्यालय में कुमांऊ के विशिष्ट पर्व हरेले को धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय में का प्री- प्राइमरी वर्ग के बच्चों को मनूठे अंदाज में कुमाउनी परम्परा से अवगत कराया गया, जिसमें हरेला बोने से लेकर काटने तक की सभी सांस्कृतिक गतिविधियों से बच्चों को अवगत कराया गया।
इस अवसर पर बच्चों ने कुमाऊनी परिधान, व्यजन, आभूषण एवं अल्पना आर्ट के बारे में प्रर्दशनी के द्वारा जानकारी ली गई। बच्चों ने कुमाऊनी ग्रुप साँग, नृत्य झोडा आदि प्रस्तुत किए, मैनेजर भव्य भंडारी जी एवं श्रीमती कमलेश भंडारी जी सभी को हरेले की शुभकामनाएं प्रेषित की इस अवसर प्रधानाचार्या श्रीमती चंद्रकला अमोला द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम सुनिश्चित कराया गया, इस अवसर पर प्रधानाचार्या द्वारा प्रत्येक बच्चे से एक वृक्ष लगाने की अपील की गई।
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