हल्द्वानी-(शानदार) प्रकाश उपाध्याय का कारनामा, दुनिया का सबसे छोटा चरखा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी- कहते हैं कि कुछ करने की लगन हो तो मंजिल अवश्य मिलती है ऐसा ही कारनामा एक बार फिर उत्तराखंड के हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत प्रकाश उपाध्याय ने कर दिखाया है। एक बार फिर उन्होंने साबित किया है कि वह दुनिया की सबसे छोटी चीजों को बनाने के लिए मशहूर हैं। इस बार प्रकाश उपाध्याय ने दुनिया का सबसे छोटा चरखा बना कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून -(बड़ी खबर) समूह ग की इस भर्ती की आई UPDTE

हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग में आर्टिस्ट्स के पद पर तैनात प्रकाश उपाध्याय द्वारा 0.090 मिलीग्राम भार का दुनिया का सबसे छोटा चरखा बनाया गया है जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड 2023 में दर्ज किया गया है। प्रकाश उपाध्याय का यह कोई पहला रिकॉर्ड नहीं जब उन्होंने क्षेत्र और अपने प्रदेश का नाम रोशन ने किया हो अब तक कई वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रकाश उपाध्याय अपने नाम करा चुके हैं।

दुनिया का सबसे छोटा चरखा (वर्किंग मॉडल)

प्रकाश उपाध्याय ने इससे पूर्व विश्व की सबसे छोटी हस्त लिखित पुस्तक, विश्व का सबसे छोटा हस्तनिर्मित हनुमान चालीसा, विश्व की सबसे छोटी पेंसिल बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। प्रकाश ने विश्व का सबसे छोटा हस्तनिर्मित चरखा वर्किंग मॉडल पूर्व में ही लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है और अब उसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया गया है। इसके अलावा उनके दुनिया के सबसे छोटे शिप मॉडल को भी संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की प्रतिष्ठित किताब गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। मूल रूप से हल्दुचौड़ के रहने वाले प्रकाश उपाध्याय की इस उपलब्धि से न सिर्फ क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है बल्कि प्रकाश उपाध्याय की इस उपलब्धि से पूरी दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।

अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें

Subscribe
Notify of

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments