- 65 वर्षों के बाद खनसर घाटी के कालीमाटी गांव में आयोजित हो रही है पांडव-लीला,पांडव-लीला नृत्य देखने दूर-दराज गांवों से उमड़ रही है भारी भीड़।
गैरसैंण- ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर खन्सर घाटी के कालीमाटी गांव में 18 दिवसीय पांडव-लीला विधिवत प्रारंभ हो गई है।सन 1959 के बाद 65 वर्षों के अंतराल पर आयोजित हो रही पांडव-लीला नृत्य देखने दूर-दराज गांवों से भारी भीड़ उमड रही है,पिछले सप्ताह भर से चल रहे पूर्वाभ्यास के बाद पैंय्या पूजन,गणेश पूजा, खोली सजावट,अस्त्र पूजन के साथ पांडव परिवार द्वारा वस्त्र धारण किए गए।
इस अवसर पर भारी संख्या में कालीमाटी के ग्रामीण सपरिवार उपस्थित रहे।पंडित प्रेम बल्लभ देवली द्वारा विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण कर पांडव पात्रों के साथ ही व्यवस्था समिति के पदाधिकारीयों द्वारा कार्यक्रम पूर्ण करने का संकल्प लिया गया।रामगंगा नदी के तट पर स्थित कालीमाटी गांव गडेरी, पिडांलू व अदरक की खेती के लिए जाना जाता है।65 वर्षों के अंतराल पर आयोजित हो रही पांडव-लीला को लेकर कमेटी के अध्यक्ष चंद्र सिंह नेगी ने कहा कि लंबे समय से आयोजन की तैयारी चल रही थी,जो इस वर्ष पूर्ण हो पायी है,आयोजन का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी को अपने धर्म और उसकी अच्छाइयों के बारे में करीब से जानने का मौका मिल सके।शनिवार को हुए उद्घाटन कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य कुशरानी अवतार सिंह पुंडीर बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे उन्होंने कहा कि पांडव लीला जैसे धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन से हमें कठिनाई का मार्ग चुनते हुए सच्चाई का साथ देने की सीख मिलती है।
इस अवसर पर कमेटी अध्यक्ष चंद्र सिंह नेगी,उपाध्यक्ष कुंवर सिंह नेगी,सचिव भागवत सिंह कोठिया,कोषाध्यक्ष बच्चन सिंह नेगी,खन्सर विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट,पूर्व प्रमुख सुमति देवी ,प्रधान अनीता देवी,उप प्रधान मोहन सांई, महिला मंगल दल अध्यक्ष धनुली देवी,अमर सिंह,गब्बर सिंह,कुबेर नेगी,बलवीर सिंह, कंचन सिंह,प्रसिद्ध पंडवाणी गायिका बच्छुवाबाण निवासी सावित्री देवी,ढोल वादक जगमोहन राम और सज्जन कुमार सहित रायकोट,गडौत,मालकोट, लाटूगैर,तेवाखर्क,नैणी,टेटुडा, धामदेव सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीण उपस्थित रहे।
पांडव लीला के पात्रों की भूमिका में⤵️
कालीमाटी गांव की पांडव लीला में पात्रों की भूमिका में प्रमुख रूप से माता कुंती-गंगा देवी,कृष्ण-कृष्ण नेगी,हनुमान- अवतार कठैत,अर्जुन-राजेंद्र नेगी,नागार्जुन-चतुर सिंह नेगी, युधिष्ठिर-सूरज नेगी,अभिमन्यु-प्रेम नेगी,भीम-अवतार नेगी,नकुल-विक्रम नेगी,सहदेव-गजेंद्र नेगी, भवरीक-दान सिंह नेगी, मलयातू-दयाल कठैत,कलिया लोहार-विक्की,पौहरी-तनुज, फुलारु-भरत कठैत,द्रोपदी-सरिता बिष्ट, नागार्जुनी-शशी नेगी,बसंता-सरिता कठैत, फुलारी-आरती नेगी,नकुली- रिंकी नेगी शामिल हैं।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें