मत घबराओ पतझड़ से , कि पत्तो को आना ही है.
1 “तुम टिके रहो, हौंसले के साथ . कि मुसीबत को जाना ही है. .
1 “तुम टिके रहो, हौंसले के साथ . कि मुसीबत को जाना ही है. .
ये कहानी उस दौर के दूरदराज के स्कूल की है, जब आज की तरह साधन
हल्द्वानी आज न सिर्फ कुमाऊ का प्रवेश द्वार है बल्कि उत्तराखंड का दूसरा बड़ा शहर