उत्तर प्रदेश के हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। डीएम ने कहा कि सत्संग के दौरान भगदड़ से अब तक दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं। इनके शव एटा जिला हॉस्पिटल पहुंचे हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। घायलों को एटा के मेडिकल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
हाथरस के डीएम आशीष कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने मुझे करीब 50-60 मौतों का आंकड़ा बताया है। कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति एसडीएम द्वारा दी गई थी और यह एक निजी कार्यक्रम था। मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। प्रशासन का प्राथमिक ध्यान हर संभव सुविधा प्रदान करना है।मिली जानकारी के अनुसार, सिकंदराराऊ के मंडी के पास फ़ुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मचने से 50 लोगों मौत हो गई। स्थानीय लोग 50 से अधिक की मौत की आशंका जता रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने 50 लोगों के मरने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि प्रवचन में शामिल होने आए सैकड़ों भक्त भीषण गर्मी से बेहोश हो गए।
हाथरस के सत्संग में भगदड़ से हुई मौत की जांच एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम करेगी। सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं। यूपी के मंत्री लक्ष्मी नारायण और संदीप सिंह मौके पर जा रहे हैं। चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी भी मौके पर जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री द्वारा हाथरस घटना स्थल पर पहुंचने और मामले को देखने और सरकार की ओर से आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
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