आखिरी सफर – अंतिम याद 😢
इंजीनियर प्रवीन और उनकी पत्नी सोनी को नहीं पता था कि यह उनका आखिरी सफर होगा। अल्मोड़ा के कूपी बैंड की खाई में गिरकर टूट गया संग जीने का सपना ।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रवीण सिंह पुत्र भूपाल सिंह और उनकी पत्नी सोनी को नहीं पता था कि जिस बस में वे सफर कर रहे हैं यह उनके जीवन का अंतिम सफर होगा। दोनों ने संग-संग जीने के जो सपने संजोए थे वे मरचूला के पास कूपी बैंड के पास गहरी खाई में बिखर गए।
कोविडकाल में प्रवीण और सोनी की शादी हुई थी। दोनों की जिंदगी हंसी-खुशी चल रही थी। सोनी और प्रवीण दिवाली मनाने अपने मूलगांव दिगोली आए थे। दिवाली के बाद वे किनाथ से रामनगर जा रही बस से देहरादून लौट रहे थे। दोनों को सोमवार सुबह ग्रामीणों ने आशीर्वाद देकर हंसी-खुशी विदा किया था लेकिन उन्हें नहीं पता था कि मौत दोनों का कूपी बैंड के पास इंतजार कर रही है।
कूपी बैंड के पास बस की कमानी का पट्टा तेज आवाज के आखिरी तस्वीर साथ टूटने के साथ ही वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में सोनी और प्रवीण समेत 36 यात्रियों की जान गई है। हिमांशु ने बताया कि प्रवीण सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और उनकी पत्नी सोनी ने फार्मासिस्ट का कोर्स किया था। कुछ समय पहले ही वे दिल्ली शिफ्ट हुए थे और किसी काम से देहरादून जा रहे थे। उसके बाद उन्हें दिल्ली जाना था। हिमांशु को अपने दोस्त और उनकी पत्नी की मौत का गहरा सदमा लगा है। यह तस्वीर इनकी आखिरी तस्वीर साबित हुईं।
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