उत्तराखंड- Weather Update- इस बार भीषण गर्मी भी करेगी परेशान, जून तक ऐसा रहेगा मौसम

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  • Weather Update: अप्रैल से जून तक भीषण गर्मी का पूर्वानुसार, जानिए कैसा रहेगा मौसम का मिजाज।

Weather Update: (नितेश बिष्ट)– देश के अधिकतम हिस्सों में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है जिसके चलते अप्रैल माह में गर्मी से राहत मिली हुई है। लेकिन ऐसे हालात अप्रैल के मध्य से बदलने वाले हैं। दरअसल मौसम विभाग ने पूर्वानुसार जारी करते हुए कहा कि अप्रैल से जून के दौरान उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्व भारत के अधिकतम हिस्सों में सामान्य से अधिक दिनों तक लू चलने के आसार जताए हैं। जानकारी के मुताबिक लू का प्रकोप देश के ज्यादातर हिस्सों में जून के आखिर तक देखने को मिल सकता है। लु का दौर देश के पूर्वी हिस्से से अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से सक्रिय होगा।

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मौसम विभाग के महानिर्देशक डॉ. एम महापात्र के अनुसार अप्रैल–जून के तीन महीनों में उत्तर भारत में सर्वाधिक 15 दिन ‌उष्ण लहर यानी लू चलने की घटनाएं सामने आती हैं। जबकि अन्य हिस्सों में यह 5 से 10 दिन तक रहती है। इस बार दिनों की यह संख्या बढ़ सकती है।

मार्च में सामान्य से 26 फीसदी अधिक बारिश
डॉ. एम महापात्र का कहना है कि मार्च के महीने में सामान्य से 26 फ़ीसदी ज्यादा बारिश हुई है। साथ ही उनका कहना है कि भारी बारिश का रिकॉर्ड 100 घटनाएं दर्ज की गई जोकि 64–115 मिमी बारिश है जिसका रिकॉर्ड इससे पहले नहीं मिलता।

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अप्रैल से जून तक सामान्य से अधिक तापमान
डॉ. एम महापात्र के मुताबिक अप्रैल से जून के बीच तापमान देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक रहेगा। जबकि यह तापमान उत्तर–पश्चिम भारत के कुछ इलाकों और दक्षिण प्रायद्वीपीय के इलाकों में सामान्य या उससे नीचे बना रहेगा। वही बात करें न्यूनतम तापमान की तो यह उत्तर और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर सामान्य से अधिक रहेगा।

बारिश के आसार
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अप्रैल में उत्तर पश्चिम, मध्य और दक्षिणी इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर में कम बारिश होने के आसार जताए जा रहे हैं। अप्रैल में करीबन 39.2 मिमी बारिश होती है।

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अल नीनो के विकसित होने के संकेत
जुलाई–सितंबर के बीच अल नीनो डाल सकता है मॉनसून पर नकारात्मक प्रभाव। दरअसल प्रशांत महासागर में विषुवत रेखा के समीप तापमान अभी सामान्य है जिसके चलते ला निनो का प्रभाव खत्म हो रहा है। हालांकि अल नीनो अभी विकसित नहीं हुए हैं। जुलाई से सितंबर के बीच अल नीनो के विकसित होने के संकेत स्पष्ट जताए जा रहे हैं।

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