रंगों से सराबोर कर देने वाला त्योहार होली इन दिनों पूरे शबाब पर है और यह होली का रंग, आपके जीवन को न कर दे भंग, इसलिए अभी से सावधान होने की जरूरत है. क्योंकि होली के दौरान गुजिया और मिठाई बड़े पैमाने पर मिलावटी बन रही है.
मिलावटखोरो ने इस बार हानिकारक केमिकल का प्रयोग भी किया है मिठाइयों को ताजा रखने के लिए जिन हानिकारक केमिकल का प्रयोग हो रहा है उनमें स्टार्च, सोडा, यूरिया डिटर्जेंट जैसे प्राणघातक केमिकल शामिल है. उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में सबसे ज्यादा नकली खोवा और मावा यूपी के तटवर्ती जिले बरेली, रामपुर और मुरादाबाद से आता है. Fake sweets in holi
खाद्य सुरक्षा विभाग के आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि पिछले साल होली में हल्द्वानी और रामनगर क्षेत्र से मिठाई की दुकान से भरे गए मावे और खोए के 4 सैंपल फेल हुए हैं। holi
कितनी घातक हैं मिलावटी मिठाई
आपके स्वास्थ्य के लिए मिलावटी मावा सिंथेटिक दूध और इन से बनने वाली मिठाइयां बेहद घातक साबित हो सकती हैं इनसे न सिर्फ फूड प्वाइजनिंग हो सकती है बल्कि किडनी और लीवर पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है साथ ही आपके शरीर की त्वचा संबंधित बीमारी भी मिलावटी सामान खाने से हो सकती है। disease
ऐसे करें पहचान
जानकारों के मुताबिक सिंथेटिक मावा पानी में मिलाकर फैटने से टुकड़ों में बट जाता है, इसके अलावा मिलावटी मावे को हाथ की हथेली पर रगड़ने से वह दानेदार बना तो उसे शुद्ध माना जाता है यदि मसलने के बाद दानेदार नहीं बना तो वह मिलावटी होता है लिहाज आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है.
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