KUMAUN NEWS- भारी बारिश के चलते कुमाऊं का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । मंगलवार की तड़के भिकियासैंण के रापड गांव में मूसलधार बारिश से तड़के 2 बजे आनंद सिंह नेगी पुत्र मदन सिंह नेगी उम्र 60 वर्ष के मकान में मलवा गिर गया। वह कुछ समझ पाते तब तक पहाड़ी का मलवा से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। आनंद सिंह नेगी की पत्नी उषा उम्र 55 वर्ष ने भागकर जान बचाई। जबकि आनंद सिंह नेगी व उनके बड़े भाई गोवर्धन सिंह की लड़की के दो बच्चे तन्नू पुत्र मदन सिंह 12 वर्ष व किरन पुत्री मदन सिंह उम्र 16 वर्ष के दो किशोर मलवे में दब गए।
इसके अलावा बागेश्वर के कपकोट के भनार गांव के गिरीश चन्द्र सिंह पुत्र गोविन्द सिंह उम्र 37 वर्ष रास्ते में पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई है। इसके अलावा बागेश्वर में सरयू,गोमती का जलस्तर खतरे के निशान से केवल एक मीटर नीचे बह रहा है। कपकोट क्षेत्र के गांवों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। पिंडर घाटी में हिमपात हो रहा है। जिससे उच्च हिमालय से सटे गांवों में शीत लहर दौड़ गई है।
गरमपानी खैरना क्षेत्र में तीन मकान शिप्रा नदी के बहाव में बह गए हैं। फिलहाल जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। जबकि शिप्रा नदी का वेग बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने मुनादी कराकर बाजार खाली करने का आह्वान किया है। नैनीताल के अतिसंवेदनशील इलाकों के लोगों ने दहशत के बीच रात काटी। नैनी झील के निकासी द्वार खोलने से निकले पानी ने नाले के आसपास के मकान में रहने वालों में खलबली मची रही। यहां हल्द्वानी, कालाढूंगी रोड तथा भवाली रोड बंद होने से सम्पर्क कटा है। मंगलवार सुबह अखबार व दूध की सप्लाई भी बंद रही। बारिश से जिले की एक दर्जन से अधिक सड़कों पर यातायात ठप है। झील के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से पानी नयना देवी मंदिर के साथ ही गुरुद्वारा, बोट हाउस क्लब के ग्राउंड फ्लोर तक पहुंच गया है। लोअर माल रोड तक झील का पानी पहुंच गया है।
चम्पावत में बारिश से कई जगह भूस्खलन होने से मकानों को खतरा पैदा हो गया है। शारदा, लोहावती, गंडक, लधिया समेत अन्य नदी नाले उफान पर है। एनएच समेत कई ग्रामीण सड़कों पर मलवा आने से बन्द हो गई। सोमवार को सेलखोला में मां बेटे की मलवे में दबने से मौत हुई थी। पिथौरागढ़ में बारिश जारी। एनएच सहित 15 से अधिक मार्ग बंद। नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जौलजीबी में काली और गोरी नदियों का जल स्तर बढ़ने से मेलास्थल में पानी भर गया है। नाचनी में रामगंगा नदी को जलस्तर बस्ती के मकानों के करीब पहुंच चुका है। एनएच में घाट से पिथौरागढ़ के मध्य दो स्थानों पर मार्ग बंद है। अल्मोड़ा में गगास, कोसी, रामगंगा नदी उफान पर है। कई गाड़ियां मलबे में दब गई है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी क्षेत्र में मलबे में दबने से दो श्रमिकों की मौत की सूचना आ रही है। रेक्सयू टीम को मूसलाधार बारिश व लगातार मलबा गिरने से शव निकालने में दिक्कत हो रही है। इसके अलावा सोमवार देर शाम को बाजपुर में घड़ी नदी के तेज बहाव में एक किसान बह गया है।
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