उत्तराखंड : 1 दिसंबर से यह छह बड़े बदलाव जान लें, आप और आपकी जेब पर होगा सीधा असर

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1 दिसंबर से यह छह बड़े बदलाव जान लें, आप और आपकी जेब पर होगा सीधा असर।

दिल्ली-: दिसंबर महीने की शुरुआत के साथ ही आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े कई नियम बदल गए हैं. इनमें आपकी फाइनेंशियल जरूरतें भी प्रभावित होंगी. इन बदलावों में घरेलू गैस सिलंडर की कीमतें, आधार से जुड़े नियमों, पेंशन स्‍कीम, टैक्‍स संबंधी नियमों में बदलाव शामिल हैं. आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है।

आधार कार्ड से जुड़े नियम⤵️

1 दिसंबर से आपका आधार कार्ड आसानी से अपडेट होगा. आपके आधार कार्ड पर नाम, पता, जन्मतिथि जैसी जानकारी आप पूरी तरह से ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं. इस नई अपडेट प्रक्रिया से अब डेटा का सत्यापन पैन कार्ड या पासपोर्ट जैसे सरकारी रिकॉर्ड से हो जाएगा. आप अपना मोबाइल नंबर भी ऑनलाइन अपडेट कर सकेंगे. यूआईडीएआई ने नया आधार ऐप भी लॉन्‍च कर दिया है।

एलपीजी सिलिंडर की कीमतें⤵️

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलिंडर की कीमतें जारी करती हैं. कभी कीमतें अपरिवर्तित रह जाती हैं तो कभी महीने की पहली तारीख को कीमतें अपडेट होती हैं. 1 दिसंबर को तेल कंपनियां रसोई गैस और कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमतें जारी कर सकती हैं।

ATF महंगा हुआ तो बढेगा हवाई किराया!⤵️

हर महीने की पहली तारीख को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां एटीएफ यानी एविएशन टरबाइन फ्यूल की कीमतें भी अपडेट करती हैं. कई बार कीमतों में कोई बदलाव नहीं होता. लेकिन अगर कीमतें अप्रत्‍याशित रूप से बढ़ीं तो इसका सीधा असर हवाई किराये पर भी पड़ सकता है।

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पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव⤵️

तेल कंपनियां हर नया महीना शुरू होने से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा करती है. हालांकि ये कीमतें हर दिन भी बदल सकती हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमतें वैश्विक रुझानों और करेंसी की चाल पर निर्भर करती हैं. 1 दिसंबर को अगर ऐसा होता है तो लोगों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा।

टैक्‍स संबंधी जरूरतें⤵️

कुछ टैक्‍स-संबंधी जरूरतों को भी पूरा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है. कुछ डायरेक्‍ट-टैक्‍स अनुपालन 30 नवंबर को खत्‍म हो रहे हैं. इसमें अक्टूबर में काटे गए TDS की डिटेल्‍स भी शामिल है. ये जानकारी धारा 194-IA, 194-IB, 194-M और 194-S के तहत जरूरी है. यदि आप टैक्‍सपेयर्स हैं तो भारी जुर्माने से बचने के लिए समय पर अपना रिटर्न दाखिल करना चाहिए।

पेंशन स्‍कीम चुनने का आखिरी मौका⤵️

केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 30 नवंबर तय कर रखी है. जो कर्मचारी नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से इस UPS स्कीम में स्विच होना चाहते हैं, उन्हें 30 नवंबर तक इसका विकल्प चुन लेना होगा. केंद्र सरकार पहले ही एक बार समय सीमा बढ़ा चुकी है और अधिकारियों का कहना है कि 1 दिसंबर से ये विंडो दोबारा नहीं खुलेगी. अगर कोई कर्मचारी तो उसे यह प्रक्रिया तुरंत पूरी कर लेनी चाहिए।

SIM Binding क्या है?⤵️

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WhatsApp–Telegram यूजर्स को लगने वाला है बड़ा झटका,सरकार ने एक नया नियम लागू करने की तैयारी कर ली है जिसके बाद भारत में कई बड़े मैसेजिंग और सोशल कम्युनिकेशन ऐप्स का इस्तेमाल करने का तरीका बदल जाएगा. इसमें WhatsApp, Telegram, Signal, Snapchat, ShareChat, JioChat, Arattai और Josh जैसे लोकप्रिय ऐप्स शामिल हैं. यदि आप भी इन्हें इस्तेमाल करते हैं तो आने वाले महीनों में आपके अनुभव में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

सरकार ने आखिर कहा क्या है?⤵️

दूरसंचार विभाग (DoT) ने इन ऐप्स को निर्देश दिया है कि अगले 90 दिनों के भीतर वे अपनी सर्विस इस तरह तैयार करें कि ऐप तभी चले जब फोन में वही SIM मौजूद हो जिससे अकाउंट वेरिफाई किया गया था. जैसे ही वह SIM निकाली जाएगी, ऐप ऑटोमैटिक बंद हो जाना चाहिए. इसी प्रक्रिया को SIM Binding कहा जाता है।

अभी तक आप WhatsApp या Telegram पर एक बार OTP से लॉगिन करते हैं और उसके बाद SIM बदलने पर भी ऐप चलता रहता है चाहे SIM हट चुकी हो या फोन Wi-Fi पर चल रहा हो. सरकार का कहना है कि यही सुविधा सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन रही है।

सरकार का दावा है कि कई साइबर अपराधी—खासतौर पर भारत के बाहर बैठे ठग इंडियन मोबाइल नंबरों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. वे पुराने, निष्क्रिय या फर्जी नंबरों से अकाउंट बनाते हैं और बिना SIM के ऐप चलते रहने का फायदा उठाकर लोकेशन छुपाते हैं. SIM फिजिकली फोन में न होने के कारण उनकी ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती है. अगर ऐप SIM हटते ही बंद हो जाएगा तो सरकार का मानना है कि धोखेबाज़ों के पास मौजूद यह बड़ा loophole बंद हो जाएगा।

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टेलिकॉम कंपनियों ने भी इस कदम का समर्थन किया है. उनका कहना है कि आज ऐप्स केवल इंस्टॉल के समय SIM वेरिफाई करते हैं उसके बाद SIM हटे या बंद हो जाए ऐप फिर भी काम करता रहता है. यही वजह है कि स्पैमर्स और फ्रॉडस्टर्स नंबरों का आसानी से दुरुपयोग कर पाते हैं।

आम यूजर्स पर इसका क्या असर होगा?⤵️

ज्यादातर लोगों की रोज़मर्रा की चैटिंग पर इसका बड़ा असर नहीं पड़ेगा. बस ऐप्स SIM चेक अधिक बार करेंगे और शायद कभी-कभी दोबारा लॉगिन करवाएं. लेकिन जिन यूजर्स का ऐप किसी सेकेंडरी डिवाइस पर चलता है या जो SIM एक फोन में रखकर ऐप दूसरे में इस्तेमाल करते हैं उन्हें परेशानी हो सकती है।

क्या इससे ऑनलाइन फ्रॉड रुक जाएगा?⤵️

इस पर विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है. कई साइबर विशेषज्ञ कहते हैं कि ठग अक्सर फर्जी दस्तावेज़ों से SIM खरीदते हैं, कुछ दिनों तक धोखाधड़ी कर SIM फेंक देते हैं ऐसे में SIM Binding भी उन्हें पूरी तरह रोक नहीं पाएगी. कुछ लोगों का कहना है कि भारत पहले से AI और वीडियो-KYC जैसी सख्त वेरिफिकेशन तकनीकें इस्तेमाल करता है, फिर भी फ्रॉड बढ़ रहा है तो समस्या शायद कहीं और है।

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