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देहरादून-(बड़ी खबर) टैक्सी वाहनों के लिए खबर, परमिट के लिए खर्च होगी ज्यादा रकम

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  • देहरादून: वाहनों के ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की फीस में बदलाव, अब चुकाने पड़ेंगे परमिट के लिए और भी ज्यादा रकम।

Dehradun News- वाहनों के ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की फीस में संशोधन किया गया है। वाहनों की परमिट फीस बड़ा दी गई है। इसके साथ ही स्लैब को भी 3 से बढ़ाकर 4 कर दिया गया है। जबकि एसी को श्रेणी से हटाया गया है। अब वाहनों के परमिट नए दरों पर ही जारी किए जाएंगे।

बता दे इससे पहले 5 से 9 सीटर तक के वाहनों की परमिट फीस 15 हजार रूपये थी। वहीं अब संशोधन के बाद इसकी फीस 20 हजार रूपये कर दी गई है। जबकि इससे ऊपर 10 सीटर तक के वाहनों की फीस 30 हजार रूपये कर दी गई है। यह फीस कि नई दरें लागू में आ चुकी है। आपको बता दें राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की और से वाहनों के परमिट जारी किए जाते हैं।

इन परमिटों की वैधता 5 साल की होती है। इसके साथ ही सालाना फीस जमा करनी पड़ती है। नई व्यवस्था के तहत अब 3 महीनों में भी फीस जमा की जा सकेगी। एआरटीओ (प्रशासन) देहरादून के नवीन सिंह का कहना है कि ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की फीस में संशोधन किया गया है। इसकी दरें बढ़ाई गई हैं। अब परमिट नई दरों पर ही जारी हो रहे हैं।

परमिट की पुरानी वार्षिक फीस
वाहन श्रेणी फीस
9 सीटर तक 15,000
9 से 20 सीटर तक 50,000
20 सीटर से अधिक 2,00,000

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परमिट की नई वार्षिक फीस
वाहन श्रेणी फीस
5 सीटर तक 20,000
5 से 10 सीटर तक 30,000
10 से 23 सीटर तक 80,000
23 सीटर से अधिक 3,00,000

प्राधिकार पत्र की व्यवस्था के विरोध में दून ट्रैवल एसोसिएशन
ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट के लिए प्राधिकार पत्र की व्यवस्था खत्म करने के विरोध में उतरा दून ट्रैवल एसोसिएशन। सचिव प्रवीण चावला ने इस व्यवस्था का विरोध करते हुए कहा कि इससे पहले 9 सीटर वाहन का प्राधिकार पत्र 500 रूपये, 9 से 20 सीटर तक का 750 रूपये और 20 से अधिक सीट वाले वाहन का प्राधिकार पत्र 1000 रुपये में मिलता था। रोड टैक्स उसी राज्य में जमा करना पड़ता था, जहां वाहन लाता था। लेकिन अब अब अधिकार पत्र की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इससे जिस वाहन को सालभर में एक ही बार दूसरे प्रदेशों में जाना है, उसे भी भारी भरकम रकम जमा करनी पड़ रही है। परिवहन सचिव से प्राधिकार पत्र की व्यवस्था को भी यथावत रखने की मांग की गई है।

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