लॉक डाउन में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासी लोगों को वापस लाने की कार्रवाई शुरू हो गई है खुद उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता करते हुए इसकी जानकारी दी है और इस असमंजस को भी खत्म किया है। चीफ सेक्रेट्री उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि वह जानते हैं कि बाहर राज्यों में पिछले 1 महीने से फंसे लोग अपने राज्य में आने के लिए कितने उतावले हैं लेकिन वह सभी से आग्रह करते हैं कि वह धैर्य पूर्वक थोड़ा इंतजार करें हम उनके स्वास्थ्य चेकअप के लिए सभी राज्यों से बात कर रहे हैं और धीरे-धीरे उनको लाया जाएगा.
प्रदेश के बाहर रह रहे लगभग 1 लाख 30 हजार प्रवासियों ने उत्तराखण्ड लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। 30 हजार के करीब ऐसे भी लोगों ने पंजीकरण किया है, जो कि दूसरे राज्यों के हैं और उत्तराखण्ड से अपने राज्य में जाना चाहते हैं। अभी तक 5669 उत्तराखण्ड के बाहर फंसे लोगों को राज्य में लाए हैं। ये प्रक्रिया चलती रहेगी। सभी राज्यों से समन्वय किया गया है। लोगों से आग्रह है कि धैर्य बनाए रखें क्योेंकि पूरी प्रक्रिया काफी सावधानी के साथ की जानी है। राज्य के भीतर ही लगभग 07 हजार लोगों को अपने जिले में भेजा गया है। ग्राम प्रधानों ने बहुत जिम्मेदारी से काम किया है, इसी का परिणाम है कि हमारे ग्रामीण अंचल कोरोना के प्रभाव से मुक्त हैं। बाहर से आने वाले लोग होम क्वारेंटीन का पूरा पालन करें, इसके लिए ग्राम प्रधानों को डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट में कुछ अधिकार दिए गए हैं।
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