हल्द्वानी। शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के क्षेत्र में भारत के कई प्रतिष्ठित मंचो मे उत्तराखंड का मान बढ़ा चुकी हल्द्वानी की स्वस्तिका जोशी को उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तराखंड शासन द्वारा उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। 18 दिसम्बर को देहरादून में अयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा स्वस्तिका जोशी को सम्मानित किया जाएगा।
11 वर्ष की छोटी उम्र मे स्वस्तिका जोशी दक्षिण भारत की शास्त्रीय नृत्य शैली भरतनाट्यम नृत्य का दिल्ली, आगरा, शिमला उज्जैन, गाज़ियाबाद, इलाहाबाद, लखनऊ, बनारस, हल्द्वानी, अल्मोड़ा आदि स्थानों पर प्रदर्शन कर चुकी है। स्वस्तिका 6 वर्ष की उम्र से भरतनाट्यम नृत्य की शिक्षा गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत प्रतिष्ठित गुरु शुभम खोवाल से लेना शुरू किया। वहीं 7 वर्ष की आयु से वायलिन वादन की प्रारंभिक शिक्षा आचार्य हरीश चंद्र पंत से प्राप्त करने के उपरांत दिल्ली मे वरिष्ठ गुरु पंडित रवि शंकर प्रसन्ना से वायलिन की शिक्षा प्राप्त कर रही है। स्वस्तिका जोशी हल्द्वानी के सेंट थेरेसा स्कूल में कक्षा छह की छात्रा है।
हाल ही में स्वस्तिका को उत्तर प्रदेश सरकार के बनारस मे नमो घाट और अस्सी घाट मे आयोजित कार्यक्रम मे भरतनाट्यम की एकल प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया। स्वस्तिका की नृत्य साधना के लिए कई मंचो पर सम्मानित भी किया गया है। उत्तराखंड के प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चयनित किए जाने पर कई लोगों ने बधाई दी।
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