लालकुआं। बिंदुखत्ता क्षेत्र में जैव विविधता प्रबंध समिति का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष पद पर उमेश चंद्र भट्ट व छह अन्य सदस्यों को निर्विरोध चुने गए जिसकी आधिकारिक बैठक में निर्णय लिया गया कि बिंदुखत्ता क्षेत्र में जैव विविधता पर जगह-जगह गोष्टी व पर्यावरण संरक्षण पर पौधा रोपण कार्यक्रम किया जाएगा।
बिंदुखत्ता क्षेत्र वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत जैव विविधता समिति का गठन किया गया जो क्षेत्र में प्राचीन पौधों बीजों रोजगार परख पौधों पूर्वजों से चले आ रहे स्वास्थ्यवर्धक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पौधों जो उसे क्षेत्र में प्राचीन हैं को संरक्षण व संवर्धन करने में अपनी भूमिका निभाएंगे । जैव विविधता समिति की बैठक में अध्यक्ष उमेश चंद्र भट्ट ने बताया कि वह सबसे पहले गौला नदी के किनारे स्थानीय लोगों को जागरुक बांस के पौधों का रोपण करने का प्रयास करेंगे ,कंक्रीट के तटबंध बरसात में तबाह हो जाते हैं प्राकृतिक तटबंध बनने पर लोगों के खेतों का कटान भी रुक जाएगा और लोगों को उक्त पौधों से रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी व डीएफओ हल्द्वानी से पत्राचार व मौखिक बात कर ली है और जल्द ही वह बांस बोर्ड उत्तराखंड से मिलकर इस पर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि अगले पखवाड़े में त् लोगों को पर्यावरण संवर्धन पर गोष्ठी का आयोजन कर जागरूक करेंगे। अध्यक्ष पद के अलावा सदस्य रमेश गोस्वामी, बसंत बल्लभ पांडे , शंकर राम, हेमा काण्डपाल व विनीत बसनायत निर्विरोध चुना गया। उक्त बैठक व चुनाव कार्यक्रम में वन अधिकार समिति के सचिव भुवन भट्ट, सदस्य कुंदन सिंह चुफाल, संरक्षक श्याम सिंह रावत, भूतपूर्व सैनिक संगठन से कैप्टन चंचल सिंह कोरंगा, एडवोकेट बलवंत सिंह बिष्ट, पप्पू कश्यारी, हरेन्द्र सिंह बिष्ट व नन्दन बोरा सहित क्षेत्र के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फाइल फोटो- बिंदुखत्ता जैव विविधता समिति के अध्यक्ष उमेश चंद्र भट्ट।
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