भीमताल- कुमाऊं का प्रसिद्ध त्यौहार हरेला पर्व पर लगने वाला विख्यात हरेला मेला (harela mela) इस वर्ष नहीं आयोजित होगा कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे के चलते भीमताल में लगने वाला प्रसिद्ध हरेला मेला (harela mela bhimtal) टाल दिया गया है कई दशकों से भीमताल में लगने वाले इस मेले को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते थे अपने आप में ऐतिहासिक सांस्कृतिक और लोक परंपरा की छटा बिखेरने वाला हरेला मेला कभी भीमताल में खेतों में धान की रोपाई के प्रारूप में होता था धीरे-धीरे हरेला मेला ने बृहद रूप लिया और अब यह मेला पूरे उत्तराखंड में विख्यात हो गया है दशकों बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि इस मेले का आयोजन टाल दिया गया है।
BREAKING NEWS- अमिताभ बच्चन को हुआ कोरोना, मुंबई के इस अस्पताल में भर्ती
उधर हरेले मेले की परंपरा को कायम रखने के लिए भीमताल की भागीरथी फाउंडेशन संस्था ने जी रैया जगि रैया या प्रतियोगिता का आयोजन करने का निर्णय लिया है, अध्यक्ष मनोज भट्ट के अनुसार प्रतियोगिता के तहत लोगों द्वारा अपने घर में गाए जाने वाले हरेले के साथ परिवार के सदस्य एक फोटो भेज भेजेंगे और उनके प्रस्तुतीकरण के हिसाब से उनका चयन किया जाएगा इसके लिए नगर में कई सेंटर भी बनाए गए हैं।
चौखुटिया- ऐसे चल रहा था अवैध शराब तस्करी का खेल, पुलिस ने नाकाबंदी कर पकड़े तस्कर खोला राज
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें



देहरादून :(बड़ी खबर) इस भर्ती की आई तारीख
उत्तराखंड: शर्मनाक- रामनगर में दरिन्दों ने छात्रा के साथ की हैवानियत, एक आरोपी गिरफ्तार, छापेमारी जारी
उत्तराखंड: यहाँ पूर्व विधायक समर्थकों ने स्कूल में ताला जड़कर छात्रों और शिक्षकों को किया बाहर
गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परेड में उत्तराखंड की झांकी होगी प्रदर्शित
हल्द्वानी :(बड़ी खबर) गजब की सोसाइटी, साफ सफाई की जिम्मेदारी में जीरो, अब लगा अर्थ दंड
हल्द्वानी :(बड़ी खबर) SSP बोले पुलिस का अपराधियों में होगा खौफ
उत्तराखंड: इस साल इस दिन मनाया जाएगा इगास बग्वाल, जानें इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
उत्तराखंड: प्रेम और जलन ने गन्ने के खेत में ली आशु की जान, पुलिस ने खुलासा
नैनीताल : (बड़ी खबर) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दो दिन का दौरा, तैयारियां शुरू
नैनीताल में अब खुली हवा में सांस लेने के लिए भी चुकाना होगा भारी शुल्क
