हल्दूचौड़- बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर हल्द्वानी के हल्दूचौड़ स्थित गायत्री शक्तिपीठ में सैकड़ों बटुकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार जनेऊ और मुंडन संस्कार किया गया l हिंदू धर्म के 13 संस्कारों में यज्ञोपवीत संस्कार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। गायत्री शक्तिपीठ में सामूहिक जनेऊ कार्यक्रम में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से लोग यहां यज्ञोपवीत संस्कार करने पहुंचे। बसंत पंचमी के अवसर पर यज्ञोपवीत संस्कार करना शुभ माना जाता है।
यह भी पढ़े 👉हल्द्वानी-हाथों में चूड़ी कांचा, चमकीरो मेरो लांचा… लोकगायिका उमा के गीत ने मचाया धमाल

धर्म शास्त्रों के अनुसार हिंदू धर्म में यज्ञोपवीत संस्कार के बाद मनुष्य का मानसिक शारीरिक और धार्मिक विकास होता है l हल्दूचौड़ में गायत्री शक्तिपीठ द्वारा आयोजित सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार में अलग-अलग सांस्कृतिक विरासत उनको एक साथ देखने को मिला।वही आज ग्रामीण इलाको में भी लोग घरो में भी बटुको का यज्ञोपवीत संस्कार देखने को मिल रहा है जिससे की उनके बच्चो अच्छे संस्कार आ सके , मंदिर समिति द्वारा कोविड-19 का पालन करते हुए दो पारियों और पांच जगहों पर यगोपवित संस्कार का आयोजन किया गया।

अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें