Nainital highcort

हाईकोर्ट ने पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की सुनवाई, कोरोना से निपटने के लिए सरकार से मांगा जवाब? जानिए क्या हुआ हाईकोर्ट में…

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने आज पहली बार वीडियो कोंफ्रंसिंग के माध्यम से दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की। न्यायालय ने वैश्विक महामारी कोरोना (corona) से निपटने के लिए डॉक्टरों, पैरामैडिकल स्टाफ और शुरक्षा से सम्बन्धित आवश्यक वस्तुओं की कमी को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की और सरकार से जवाब मांगा है ।

उत्तराखंड में 10 लाख एपीएल राशन कार्डधारकों को तीन माह तक दोगुना राशन, सरकार ने जारी किया बजट..

Ad


अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली (Dushyant Mainali) ने जनहित याचिका दायर कर प्रदेश में डॉक्टरों को संक्रमण से बचाव और डॉक्टरों को उचित उपकरण व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने संबंधी कुछ सवाल किए हैं । राज्य के इतिहास में पहली वर्चुअल कोर्ट (वीडियो कांफ्रेंसिंग)में उच्च न्यायालय ने सरकार से पूछा है कि वो लिखित जवाब में ये बताएं कि कोरोना से बचाव को लेकर राज्य में कितने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध है, कितने उपकरणों की जरुरत है और कितने उपकरणों का प्रयोग अभी तक किया गया है ?

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून: उत्तराखंड आपदा पर प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा ऐलान,1200 करोड़ की तत्काल मदद

उत्तराखंड- हाईस्कूल और इंटर की केवल इन विषयों की होगी बोर्ड परीक्षा…

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने समीक्षा अधिकारी भर्ती मुख्य परीक्षा का शेड्यूल किया जारी

इसके अलावा मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन की कोर्ट ने कहा कि उधमसिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल जिले के रामनगर में कोरोना टैस्ट लैब बनाने को लेकर क्या संभावना है और क्या इन जगहों पर भी सरकार लैब बना सकती है ? न्यायालय से याचिकाकर्ता ने ये भी पूछा था कि केंद्र और राज्य सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए राज्य में कितने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए हैं ? डॉक्टरों और दूसरे मैडिकल स्टाफ की शुरक्षा के क्या उपाय किये गए हैं ?

हल्द्वानी- बनभूलपुरा में अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर चुनचुन कर होगी कार्रवाई, कमिश्नर ..देखे (वीडियो)..

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: यहां महिला के प्रेम संबंध, और पति हो गया मर्डर

अभी तक कितने उपकरणों का उपयोग किया गया है, साथ ही न्यायालय ने कहा है कि उधमसिंह नगर, हरिद्वार और रामनगर में कोरोना टैस्ट लैब बनाने को लेकर क्या संभावना है, क्या इन जगहों पर भी सरकार लैब बना सकती है ?न्यायालय ने इन सभी बिंदुओं पर राज्य और केंद्र दोनो ही सरकारों से 18 अप्रैल तक विस्तृत जवाब मांगा है।

BREAKING NEWS- यहां ओला वृष्टि से बिछी सफेद चादर, बर्बाद हुई फसल..

Ad
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें