नैनीताल बवालः फिर सड़क पर उतरे लोग, निकाला जुलूस! स्कूल और यूनिवर्सिटी कैंपस बंद, कमरों में कैद हुए पर्यटक, हिन्दूवादी संगठनों ने उठाई कई मांगे

नैनीताल। नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म की घटना के बाद माहौल गरमाया हुआ है। आज गुरूवार को दूसरे दिन भी शहर वासियों में घटना को लेकर खासा आक्रोश देखने को मिला। कई संगठनों के साथ ही जिला कोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी घटना के विरोध में सड़क पर उतरकर जुलूस निकाला। इस दौरान तल्लीताल और मल्लीताल में बाजार बंद है। वहीं दूर-दराज से नैनीताल पहुंचे पर्यटक अपने-अपने कमरों में कैद हैं। इस बीच तल्लीताल व्यापार मंडल ने पर्यटकों के लिए लंगर की व्यवस्था की है। वहीं आज नगर के सभी स्कूल व यूनिवर्सिटी कैंपस बंद हैं।
इस बीच हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने आरोपी के खिलाफ कठोर कार्यवाही और संदिग्ध, बाहरी तत्वों की पहचान करने की मांग उठाई है। गुस्साए लोगों ने कहा कि उक्त घटना न केवल मानवता को झंकझोर देने वाली है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा, समाजिक समरसता और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। लोगों का कहना है कि घटना का आरोपी नैनीताल में बिना पुलिस सत्यापन के रह रहा था, जो एक विशेष समुदाय से संबंध रखता है। यह घटना न केवल स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक को उजागर करती है, बल्कि क्षेत्र में बाहरी प्रभावों के बढ़ते खतरे की भी ओर संकेत करती है। उन्होंने नैनीताल क्षेत्र में रह रहे सभी बाहरी लोगों का सत्यापन करने और अभियान चलाने की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि जिले में कोई रोहिंग्या, बांग्लादेशी अथवा पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति अवैध रूप से निवासरत हैं, तो उनकी पहचान कर तत्काल देश से बाहर भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय व्यवस्था दोनों सुदृढ़ रह सकें। वहीं लोगों ने कहा कि बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाले अपराधी के विरुद्ध न केवल कठोरतम दंड की कार्रवाई की जाए, बल्कि उसकी संपत्ति को भी तत्काल प्रभाव से ज़ब्त कर लिया जाए, ताकि अपराधियों में एक सख्त संदेश जायेगा।
वहीं लोगों ने कहा कि विगत कुछ समय से यह प्रवृत्ति देखी गई है कि एक विशेष समुदाय से जुड़े लोग नैनीताल के मुख्य व्यापारिक क्षेत्रों में अत्यधिक दाम देकर बड़ी संख्या में दुकानें एवं अन्य संपत्तियां खरीद रहे हैं, जो भविष्य में स्थानीय व्यापारिक संतुलन को गम्भीर रूप से प्रभावित कर सकता है, अतः इस आर्थिक गतिविधि के स्रोतों तथा उसके पीछे संभावित संगठित प्रयासों की गहन जांच की जाए। कहा कि उन स्थानीय व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए, जिन्होंने बिना पर्याप्त पड़ताल के संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों को दुकानें, मकान अथवा अन्य अचल संपत्तियां बेचीं या किराए पर दी हैं।





अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें