चंपावत। शिक्षा विभाग के भी अजब-गजब कारनामे हैं। एक सहायक अध्यापक एक साल से ड्यूटी से लापता है, लेकिन किसी को इसकी सुध नहीं है। अब जब चुनाव ड्यूटी लगी तो मामला खुला। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम नवनीत पांडे के निर्देश पर शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
लोकसभा चुनाव के नोडल अधिकारी (प्रशिक्षण) व मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह विष्ट ने बताया कि बाराकोट विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय पांचपीपल में तैनात सहायक अध्यापक खीमेंद्र सिंह रौतेला को मतदान अधिकारी प्रथम बनाया गया था। 19 मार्च को हुए प्रशिक्षण में खीमेंद्र सिंह रौतेला के अनुपस्थित पाए जाने पर छानबीन की गई तो पता चला कि वह तो एक साल से स्कूल से अनुपस्थित है।
इस पर विभाग की ओर से शिक्षक का स्पष्टीकरण तलब करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया था लेकिन शिक्षक ने निर्धारित समय में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। इस पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। मामले में उक्त शिक्षक को एक मई और छह मई 2023 को तत्कालीन उप शिक्षाधिकारी की ओर से लगातार अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था, जिसका उक्त शिक्षक ने विभाग को कोई जवाब नहीं दिया।
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