उत्तराखंड में लॉक डाउन का फायदा उठाने वाले लोग भी हैं जो मददगार संस्थाओं और अन्य लोगों से गरीबी और भुखमरी का हवाला देकर वास्तविक पात्रों के भोजन को छीनने का काम कर रहे हैं ऐसा ही एक मामला फिर से सामने आया है..उत्तराखण्ड के नैनीताल में “भूखा हूं भोजन दो” कहने वाले कामगार के घर राशन लेकर पहुंचे पुलिस वालों को बहुत राशन, सब्जी और हजारों रुपये मिले, जिसके बाद व्यक्ति का पुलिस एक्ट में चालान किया गया ।


नैनीताल के मल्लिताल कोतवाली क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जो कोरोना काल के दौरान लॉक डाउन में मददगार लोगों को सकते में डाल सकता है । यहां जरूरतमंद बनकर लगातार पुलिस व अन्य लोगों को फोन करके भोजन मांगने वाले एक बिहारी मिस्त्री ने आज फिर से हेल्पलाइन नंबर 112 पर फोन किया । उसने कहा कि वो भूखा है और उसके पास राशन, सब्जी आदि नहीं है ।

मल्लिताल कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि फोन आने के बाद वो राशन लेकर बिहारी मिस्त्री के घर गए । उन्होंने बिहारी को राशन देते समय उसके घर में देखा तो उनके होश उड़ गए । वहां कट्टों में चांवल, आटा समेत अन्य राशन, आलू, प्याज समेत अन्य सब्जी और हजारों रुपये मिले। इसके अलावा जब उनके ठेकेदार को बुलाया तो उसने बताया कि इन्हें एक दो दिन पहले ही राशन और रुपये दिए गए हैं । पुलिस उस बिहारी कामगार को कोतवाली ले आई । उन्होंने बताया कि उसका पुलिस एक्ट के तहत चालान किया जाएगा ।

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