देहरादून: उत्तराखंड में बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शनिवार को प्रतिबंधित कफ सीरप और दवाइयों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की संयुक्त टीमें सक्रिय हो गईं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर प्रदेशभर में औषधि दुकानों और सरकारी अस्पतालों में छापेमारी कर कफ सीरप के नमूने लिए गए।
यह कार्रवाई राजस्थान और मध्य प्रदेश में बच्चों की खांसी की दवा सेवन से हुई मौतों के बाद शुरू की गई है। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने देहरादून के जोगीवाला, मोहकमपुर समेत कई इलाकों में निरीक्षण किया और बताया कि यदि कहीं दोष पाया गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र की एडवाइजरी के अनुसार चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित दवाओं पर तत्काल रोक लगाई जाए। डॉक्टरों से भी अपील की गई है कि वे बच्चों के लिए प्रतिबंधित कफ सीरप न लिखें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा है कि बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य के लिए कोई समझौता नहीं होगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार केंद्र की एडवाइजरी का सख्ती से पालन कर रही है और जल्द ही इस मामले में और भी कदम उठाए जाएंगे।
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