सीएम धामी के सख्ती का असर
हल्द्वानी, रामनगर,तराई फॉरेस्ट, देहरादून और लैन्सडाउन डिविजन के साथ साथ राजाजी पार्क में अतिक्रमण पर चलने लगे बुलडोज़र
दो दिन में तीस हैक्टेयर से ज्यादा वन भूमि कब्जा मुक्त
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कड़े रुख के चलते वन विभाग के अधिकारी बुलडोज़र लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए जंगलों में निकल पड़े है।
सीएम और पीसीसीएफ हॉफ के निर्देशों का असर पहले ही दो दिनो में दिख गया जब करीब तीस हैक्टेयर वन भूमि को कब्जा मुक्त कर लिया गया।
नोडल अधिकारी डॉ पराग मधुकर धकाते ने बताया कि हल्द्वानी फॉरेस्ट डिविजन में करीब 26 हैक्टेयर क्षेत्र से कब्जे हटाकर उन्हे जंगल क्षेत्र से बाहर कर दिया गया।
डा धकाते ने बताया कि लैंस डाउन फॉरेस्ट डिविजन ने कोटद्वार क्षेत्र से करीब एक हैक्टेयर अतिक्रमण हटाया है,जबकि डीएफओ तराई पश्चिमी प्रकाश आर्य द्वारा डेढ़ हैक्टेयर वन भूमि खाली कराए जाने की सूचना दी गई है। उधर राजाजी टाइगर रिजर्व से भी 1 हैक्टर अतिक्रमण हटाए जाने की सूचना मिली है।
देहरादून वन प्रभाग में भी दो हैक्टेयर वन भूमि खाली करवाई गई है।रामनगर वन प्रभाग द्वारा रानीखेत रोड पर स्थित अतिक्रमण को हटाया जा रहा है ।
डा पराग मधुकर धकाते ने बताया कि सभी अतिक्रमण को सैटेलाइट के साक्ष्य चित्रों के जरिए चिन्हित करते हुए निर्देशित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पीसीसीएफ (हॉफ) अनूप मलिक द्वारा रोजाना अतिक्रमण हटाओ अभियान की रिपोर्ट ली जा रही है और सीएम कार्यालय और शासन को भी प्रतिदिन सूचना प्रेषित की जा रही है।
डा धकाते ने बताया कि सभी प्रभागों के डीएफओ को स्पष्ट कह दिया गया है कि वो फील्ड पर जाकर मौके पर अतिक्रमण को हटाए और इसके लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग भी लेना पड़े तो इसके लिए जिला टास्क फोर्स की मदद ले सकते है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में भी ये अभियान चलाया जा रहा है।
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