अल्मोड़ा- अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे तहसील में 1 सप्ताह पहले महिला को मौत के घाट उतारने वाले आदमखोर गुलदार को आखिरकार मार गिराया है लगातार लोगों पर हमले करने के बाद वन विभाग ने इस गुलदार को आदमखोर घोषित किया था जिसके बाद हिमाचल से पहुंचे शिकारी दल ने मासूम लोगों को शिकार बनाने वाले आदमखोर का शिकार कर डाला।
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पिछले सप्ताह 17 जनवरी की रात को अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे तहसील के 25 किलोमीटर दूर बारंगल गांव में आदमखोर गुलदार ने शांति देवी उम्र 50 वर्ष पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था करीब 300 मीटर दूर जंगल से महिला का शव अगले दिन बरामद किया गया जिसके बाद वन विभाग ने इस गुलदार को आदमखोर घोषित किया और मशहूर शूटर ज्वाय हुकिल ने टीम के साथ मचान तैयार कर आदमखोर पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
लेकिन शिकारियों की भनक आदमखोर को लग चुकी थी वह 2 दिन तक इलाके से गायब हो गया पिछले मंगलवार को आदमखोर ने किम बगड़ में लगाए हुए हिजड़े के पास गाय को शिकार बनाया। जिसके बाद शिकारी दल ने रात को ही गुफा के आसपास आदमखोर की तलाश शुरू कर दी रात 10:45 पर हिमाचल प्रदेश से पहुंचे आशीष दासगुप्ता ने आदमखोर को देख लिया और सीधा निशाना साधा जोकि आदमखोर गुलदार को लगा और इसी के साथ आतंक के अंत का खात्मा भी हुआ।
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ग्रामीणों के मुताबिक 26 दिसंबर से अब तक यह आदमखोर गुलदार 4 लोगों पर हमला कर चुका था सबसे पहले सब 26 दिसंबर को ग्राम पंचायत बारंगल के टोक डोडियाल बाखल में अंजू देवी पर झपट्टा था। इसके बाद 30 दिसंबर को कमलादेवी पर और 7 जनवरी को तुलसी देवी पर और चौथे हमले में उसने शांति देवी को ही शिकार बना डाला था आदमखोर के अंत के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
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