खटीमा। सुरई वन क्षेत्र में स्थित है। भारामल मंदिर के महंत हरिगिरि का महाराज और उनके सेवक की पी बृहस्पतिवार मध्य रात्रि नकाबपोश बदमाशों ने लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी। एक सेवक को मृत समझकर बदमाश छोड़कर चले गए। प्रथमदृष्टया पुलिस दोहरे हत्याकांड की वजह मंदिर के दान पात्र के पैसे को लूटने से जोड़कर देख रही है। संह इस बी बात बंद्र
सुरई वन रेंज के दूरस्थ क्षेत्र में ाव स्थित भारामल मंदिर में शुक्रवार सुबह डून महंत श्री हरिगिरि गोस्वामी (60) और बश उनके सेवक रूपा (45) का शव पी मिलने की सूचना पर पुलिस-प्रशासन ता में खलबली मच गई। एएसपी वीर जा सिंह, एसडीएम वीरेंद्र बिष्ट और रुद्रपुर बाद से पहुंचे एसपी सिटी मनोज कत्याल रहे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ■पी घटनास्थल पर दोनों के खून से में लथपथ शव मिले। घायल मिले दूसरे बपी सेवक नन्हे को एंबुलेंस से खटीमा उप कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। को नन्हे ने पुलिस को बताया कि रात से करीब एक बजे नकाबपोश चार ारी बदमाश मंदिर परिसर में घुसे और उन्होंने महंत श्री हरिगिरि महाराज पर लाठियों से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। वह और रूपा जब उन्हें बचाने के लिए पहुंचे तो बदमाशों ने उन पर भी हमला कर दिया। नन्हे ने बताया कि हमले में गंभीर रूप से घायल महंत और रूपा की मौत हो गई जबकि हमलावर उसे मृत समझकर छोड़ गए। मंदिर दानपात्र के ताले टूटे थे और पैसे गायब मिले। डॉग स्क्वायड के साथ फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
प्रथमदृष्टया दानपात्र को लूटने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम देने की वजह सामने आ रही है। दानपात्र को एक साल से खोला नहीं गया था। कुछ महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा। – वीर सिंह, एएसपी
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