Khabarpahad.com: मध्य प्रदेश सरकार के सियासी संकट के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देकर जल्द भाजपा का दामन थामने की खबरों के बाद अब यह सब कुछ तय हो गया है की कमलनाथ सरकार कुछ घंटों की मेहमान है 22 मंत्री विधायकों के इस्तीफे के साथ कांग्रेस के सीनियर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के सोनिया गांधी को दिए गए इस्तीफे के बाद तस्वीर साफ होती जा रही है कि मध्यप्रदेश में कमल जाएंगे और कमल आएगा.
उधर दिल्ली में रह रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज सुबह अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की जिसके बाद सभी के इस्तीफे सार्वजनिक हुए, बताया जा रहा है पिछले लंबे समय से कमलनाथ सरकार में अपमान का घूंट पी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता स्व माधव राव सिंधिया के 75 वें जन्मदिन के मौके पर यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।MP Political Crisis
उधर मध्य प्रदेश भाजपा ने पार्टी में आने वाले सभी नेताओं का दिल खोल के स्वागत करने की बात कही है इन सबके बीच कांग्रेस के विधायक बिसाहू लाल साहू भाजपा में शामिल भी हो गए हैं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की तस्दीक की है और साहू ने भी कहा है कि उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है और वह भाजपा में शामिल हो गए हैं।
अब राजनीतिक पंडित इस बात का गुणा गणित लगा रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल कर क्या राज्यसभा भेज कर केंद्र में कैबिनेट मंत्री के पद से नवाजेगी या मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री की कमान सौपेगी, लेकिन अब यह बात लगभग साफ हो गई है कि 15 साल बाद आई मध्य प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस सरकार 15 महीने भी नहीं टिक पाई, सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रही सियासी जंग का नया अध्याय यहां से शुरू हो चुका है।
उधर इस सियासी उठापटक के बीच सपा और बसपा के विधायक भी शिवराज सिंह चौहान से मिले हैं शिवराज सिंह चौहान के आवास पर पहुंचे सपा विधायक राजेश शुक्ला और बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने मीडिया को होली का बहाना बताकर शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर बात की है।
इस दौरान आरोप-प्रत्यारोप लगाने का दौर भी शुरू हुआ है दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस विमान में कांग्रेस के मंत्री विधायक गए उस विमान की व्यवस्था भाजपा ने की थी और यह मध्य प्रदेश की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को पलटने का षड्यंत्र कर रहे हैं.MP Political Crisis
दिन भर के घटनाक्रम के बीच बेंगलुरु में मोबाइल बंद करके रह रहे मंत्री और विधायकों ने ईमेल और फैक्स के माध्यम से अपना इस्तीफा भेज दिया है और बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट से सभी के इस्तीफा हाथ में लिए फोटो भी मीडिया में सार्वजनिक की गई है।MP Political Crisis
उधर सीएम कमलनाथ का कहना है कि उनकी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है , और वो इसे सदन में साबित भी करेंगे।
कमलनाथ सरकार को एक और झटका तब लगा, जब बैठक में कांग्रेस के महज 88 विधायकों ने हिस्सा लिया। यानी कांग्रेस के अभी चार और विधायक गायब हैं, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे हैं, जिनमें 4 निर्दलीय हैं। बता दें कि कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि अब चार और विधायक गायब हैं।MP Political Crisis
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