(टिहरी) चंबा उत्तराखंड में “बीज बचाओ आंदोलन” के संयोजक विजय जड़धारी ने बिना जुताई और खाद के बिना फसल का बेहतर उत्पादन कर इस बात को साबित कर दिया है कि किसान चाहे तो कुछ भी कर सकता है, टिहरी जिले के ग्राम जड़धार (चंबा) के रहने वाले विजय जड़धारी ने इस बार अपने खेतों में नया प्रयोग किया और बिना जुताई यानी (बिना हल चलाए) गेहूं की लहराती फसल उगाई, जिसे देख हर कोई हैरान है।
CORONA UPDATE- दिल्ली से आये इस विधायक को 14 दिन के लिए किया गया होम क्वारेंटीन..
जड़धारी बताते हैं कि शुरुआत में उन्होंने करीब 5 नाली भूमि में गेहूं की फसल उगाने का यह प्रयोग किया। बीते नवंबर माह में जब उन्होंने धान की फसल उगाई थी उसके बाद बिना जुताई के खेतों में गेहूं की बुवाई कर दी और खेत को धान की पराली से ढक दिया और कुछ समय बाद धान की पराली खेत में सड़ गई और गेहूं के बीज अंकुरित हो गए अब उनके खेतों में गेहूं की फसल लहलहा रही है, फसल को देख लगता है कि इस बार अच्छा खासा उत्पादन होगा।
‘बीज बचाओ आंदोलन’ के मुखिया विजय जड़धारी इसे ‘जीरो बजट’ की खेती का नाम देते हैं और कहते हैं कि वर्तमान परिस्थितियों में पहाड़ों में काश्तकारों के पास बैल उपलब्ध नहीं है लिहाजा यह तकनीक बिना हल चलाये खेती करने का यह प्रयोग भविष्य में उपयोगी साबित हो सकता है। जड़धारी के इस खेती करने के नए तरीके के प्रयोग की भरसार रनीचौरी विश्वविद्यालय के डॉ राजेश बिल्जवाण ने भी सराहना की है।
UTTARAKHAND- मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने दिया प्रवासियों के विषय में अपडेट,सरकार क्या बना रही है प्लान
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें