उत्तराखंड- इस गांव में ग्रामीणों की जागरूकता से कोरोना की नो एंट्री, इनसे सीखने की जरूरत

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नैनीताल: पूरे देश में कोरोना महामारी के विकराल रूप ले चुका है। हर दिन सैकड़ों लोगों की मौतें हो रही है। ऐसे में नैनीताल जिले के रामनगर का चुकुम गांव कोराना मुक्त हो चुका है जो अन्य गांवों के लिए एक मिसाल बना है। यहां के लोगों की जागरूकता और नियमों का पालन करने से इस साल यहां अब तक कोई कोरोना मरीज नहीं मिला है। चुकुम नैनीताल जिले का अंतिम गांव है। नैनीताल जिले का अंतिम गांव होने और चकाचौंध से कोसों दूर होन के चलते यहा अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया है।

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यहां के ग्रामीण खुद अपने आप गाइडलाइन का पालन करते है। कोरोना से बचाने के लिए जरूरी एहतियात बरत रहे हैं। ऐसे में चुकुम जिले के अन्य गांवों के लिए भी मिसाल बन गया है। इसके अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले ग्रामीणों द्वारा स्कूल में क्वारंटीन किया जाता है। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही गांव में घुसने दिया जाता है। गांव में समय-समय पर सैनिटाइजेशन किया जाता है।


इस गांव की प्रधान सीमा आर्या बताती है कि कि इस साल अभी तक गांव में कोई कोरोना मरीज नहीं मिला है। लोगों की जागरूकता और नियमों का पालन करने से कोरोना को हराया जा सकता है। लोग हर नियम के पालन कर रहे है। जिससे कोरोना का खतरा दूर-दूर तक नहीं है जो गांव के लिए अच्छी बात है।

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