उत्तराखंड के नैनीताल जिले के लालकुआं तहसील के हल्दूचौड़ के जयराम क्षेत्र में इन दिनों एक नेचुरल प्लांट चर्चा का विषय बना हुआ है दरअसल गांव में आबादी के बीच बन रहे इस नेचुरल प्लांट के विरोध में न सिर्फ गांव की जनता आ खड़ी हुई है बल्कि क्षेत्र के विधायक नवीन दुम्का और पूर्व विधायक व मंत्री रहे हरीश चंद्र दुर्गापाल भी धरने पर बैठ रहे हैं। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य से लेकर ग्राम प्रधान और स्थानीय जनता भी इस नेचुरल प्लांट का विरोध कर रही है ग्रामीणों का कहना है कि जब स्टोन क्रेशरो को आबादी वाले इलाके से शिफ्ट करने के पहले से निर्देश हैं तो ऐसे में इस तरह के नेचुरल प्लांट की अनुमति यहां किस आधार पर दे दी गई।
यही नहीं खुद क्षेत्रीय विधायक नवीन दुम्का ने जयराम क्षेत्र में प्रस्तावित स्क्रीनिंग प्लांट के खिलाफ चल रहे धरने में अपना पूरा समर्थन दिया है विधायक नवीन दुम्का ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि इस स्क्रीनिंग प्लांट को 2019 में एनओसी मिल गई थी जब आबादी का मानक केवल 100 मीटर का था और यह प्लांट जून 2020 में तब लग रहा है जब स्क्रीनिंग प्लांट की आबादी से दूरी का मानक 300 मीटर कर दिया गया है इस तरह विधायक नवीन दुम्का ने अपनी सरकार के सिस्टम को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया है।
उधर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्रदुर्गपाल का कहना है ग्रामीण आबादी के बीच में किसी भी कीमत में स्क्रीनिंग प्लांट नहीं खोलने दिया जाएगा गांव वाले पहले से ही ग्रामीण क्षेत्रों में क्रेशरो के लगाए जाने के बाद उनका हाल देख चुके हैं ऐसे में कृषि क्षेत्र में इस तरह के क्रेशर या नेचुरल प्लांट खोलना जनता के साथ कुठाराघात है।
उधर जिला पंचायत सदस्य मोहन बिष्ट और ब्लॉक प्रमुख रूपा देवी भी ग्रामीणों के साथ समय समय पर धरना दे रहे हैं सभी जनप्रतिनिधियों का एक स्वर में यही कहना है कि प्रशासन को इस नेचुरल प्लांट की अनुमति को रद्द करना चाहिए नहीं तो वह लगातार आंदोलन करते रहेंगे।
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