मुवानी (पिथौरागढ़)। मुवानी में मंगलवार को हुए अमंगल के बाद बुधवार को जब हादसे के मृतकों के शव घरों में पहुंचे तो घरों में चीत्कार मच गई। दो सगी बहनों और एक महिला सहित गांव के छह लोगों की चिताएं रामगंगा नदी के किनारे केदारेश्वर घाट पर एक साथ जलीं।
सात वर्ष की मासूम सिमरन के शव को दफनाया गया जबकि गांव की विवाहित बेटी का शव उसके ससुराल चंडाक भेजा गया। हरेले की खुशियों के बीच बोकटा गांव में एक साथ इतनी मौतों से मातम पसरा हुआ है। अपनों को खोने वाले परिजनों की चीत्कार पूरे दिन सुनाई देती रही। सातशिलिंग-थल सड़क पर मुवानी से एक किलोमीटर दूर मंगलवार को चालक सहित 14 यात्रियों से भरी मैक्स भंडारीगांव पुल के पास खाई में गिर गई। हादसे में बोकटा गांव के आठ ग्रामीणों की मौत हो गई। पीएचसी में ही शवों का पोस्टमार्टम किया गया। बुधवार को मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे। बोकटा के ग्रामीणों के चेहरे पर अपनों को खोने का दर्द साफ झलक रहा था।
इनमें गांव की दो सगी बहनें, तीन अन्य महिलाएं और तीन पुरुष यात्री शामिल थे। देर रात मुवानी मुवानी में हुए मैक्स हादसे के छह मृतकों की चिताएं बुधवार को केदारेश्वर घाट पर एक साथ जलीं।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें



उत्तराखंड: उधम सिंह नगर में फिर बदले पुलिस अधिकारी
देहरादून :(बड़ी खबर) 3 नवंबर इन स्कूलों में छुट्टी
उत्तराखंड: रजत जयंती पर सरकार की नीतियों पर बरसे विधायक सुमित हृदयेश
25 साल का सफर पूरा, अब नया लक्ष्य 2050…जानिए धामी सरकार का विकसित उत्तराखंड विजन!
आपदा प्रभावित परिवारों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, साथ बैठकर बांटा दुख
नैनीताल: हाईकोर्ट ने पंचायत सदस्यों के अपहरण मामले में मांगी विस्तृत रिपोर्ट
उत्तराखंड: यहाँ नाबालिग से दुष्कर्म और वीडियो वायरल मामला मे तीन गिरफ्तार !
दिल्ली में अनिल बलूनी के घर इगास पर्व, अमित शाह हुए शामिल
उत्तराखंड: 10 नवंबर से ये कर्मचारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार और हडताल पर
उत्तराखंड: यहाँ सरकारी आवास में मिला वन दरोगा का शव
