देहरादून: दीपावली जैसे बड़े त्योहार से पहले मिलावटखोर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। देहरादून के पटेलनगर इलाके में सोमवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने छापेमारी कर एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया। पटेलनगर स्थित समृद्धि भवन के बेसमेंट में बनाए गए अवैध गोदाम से 50 क्विंटल रसगुल्ला बरामद किया गया…जिनकी गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
टीम ने बताया कि ये रसगुल्ले बेहद कम कीमत महज 111.76 प्रति किलो पर सप्लाई किए जा रहे थे जोकि सामान्य बाजार दरों से काफी नीचे है। ऐसे में इनके निर्माण और सामग्री की गुणवत्ता को लेकर शक और भी गहरा गया है। एफडीए ने मौके से रसगुल्ला, रसभरी और चमचम जैसे मिठाइयों के 6 नमूने जांच के लिए लिए हैं और सारे स्टॉक को जब्त कर लिया है।
बिना लाइसेंस चल रहा था कारोबार
छापेमारी के दौरान पाया गया कि मिठाई सप्लाई करने वाले व्यक्ति के पास न तो खाद्य लाइसेंस था और न ही सप्लाई की गई मिठाइयों की रसीदों पर दुकानों के पूरे पते दर्ज थे। हैरान करने वाली बात यह भी है कि इन रसगुल्लों की सप्लाई देहरादून शहर से लेकर कालसी तक की लगभग 15 मिठाई दुकानों में की गई थी।
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई उपायुक्त खाद्य सुरक्षा आरएस रावत और सहायक आयुक्त मनीष सयाना के नेतृत्व में की गई। उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस खाद्य पदार्थ बेचने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस दुकानदार को तत्काल नोटिस जारी कर दिया गया है।
अभियान दीपावली तक जारी रहेगा
अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि यह विशेष निरीक्षण अभियान दीपावली तक जारी रहेगा ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण मिठाइयां मिल सकें। टीम ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी मिठाई या खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता पर शक हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचना दें।
एफडीए ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी संदिग्ध या मिलावटी खाद्य पदार्थ को बाजार में नहीं आने दिया जाएगा…और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।



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