Karva Chauth 2022: पहला करवा चौथ का व्रत है तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। शुक्र ग्रह अस्त होने से इस बार आपको व्रत नहीं रखना है। 20 नवंबर तक शुक्रास्त का मान रहेगा। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि सुख-वैभव, प्रेम, वैवाहिक सुख देने वाले शुक्र ग्रह के अस्त होने (तारा डूबना) से इस बार पहली बार सुहागिनों को व्रत रखने से बचाना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक नवविवाहित महिलाएं करवा चौथ का व्रत नहीं रख पाएंगी क्योंकि शुक्र अस्त होने से इसका प्रभाव पड़ेगा. वैवाहिक जीवन के लिए यह अशुभ माना जाता है. किसी भी ग्रह के अस्त होने की वजह से उसके बल में कमी आ जाती है, और वो कुंडली में सुचारू रूप से कार्य करने में सक्षम नहीं रहता है.
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि करवा चौथ पर इस बार शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण व्रत रहने वाली महिलाएं उद्यापन नहीं कर पाएगी, क्योंकि किसी भी ग्रह के अस्त होने के कारण उसका बल कम हो जाता है और कुंडली पर प्रभाव पड़ता है. इस वजह से करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाएं उद्यापन से वंचित रह जाएंगी.
कई ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार करवा चौथ के व्रत का उद्यापन 16 वर्ष में हो जाता है। लगभग स्त्रियां पति की लंबी आयु की कामना से जीवन भर इस व्रत को करती हैं। किंतु चूंकि वर्ष करवा चौथ के दौरान शुक्र ग्रह अस्त है। जिस कारण जो महिलाएं करवा चौथ का उद्यापन करना चाहती है वह नहीं कर पाएंगी। शुक्र ग्रह अस्त होने से सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं। हालांकि अन्य स्त्रियां व्रत रख सकती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही अपना व्रत खोल सकती हैं।





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