लॉक डाउन के बीच वर्क फ्रॉम होम लोगों के लिए जितना मुश्किल भरा साबित हो रहा है,पर्यावरण के लिहाज़ से मानो सब कुछ अच्छा चल रहा है, सड़को पर गन्दगी नही, गाड़िया बंद हैं तो हवा प्रदूषण मुक्त। Environment becomes pure due to lock down
बदल गया मेरा पहाड़…(यात्रा वृतांत) सोमेश्वर ..
लॉक डाउन के बीच देश के लिए एक अच्छी खबर है, हल्द्वानी जैसे शहर में 22 मार्च से हुए लॉक डाउन के बाद पीएम 2.5 का स्तर बेहद कम हो गया है, करीब 30 दिन पहले ही हल्द्वानी जैसे शहर में रोजाना शाम को पीएम 2.5 का स्तर 50 से 150 के बीच पहुंच रहा था, लेकिन अप्रैल में पीएम 2.5 का स्तर 10 से 20 के बीच पहुंच गया है, लिहाज़ा यह बात बिल्कुल साफ है की जिंदगी की भागदौड़ में पर्यावरण को प्रदूषित करने के ज़िम्मेदार हम खुद थे,
Environment becomes pure due to lock down
हल्द्वानी के लिए देवदूत का काम कर रही है यह सामाजिक संस्थाएं…
कोरोना वायरस के चलते अचानक लॉक डाउन हुआ तो जिंदगी की रफ्तार एक दम रुक गयी, माना जा रहा है की लॉक डाउन का बड़ा असर देश की अर्थब्यबस्था पर पड़ने जा रहा है, लेकिन इसी बीच पूरे विश्व के लिए मानो एक अच्छी खबर आई, पिछले 30 दिनों से जारी लॉक डाउन के बीच प्रदूषण का स्तर लगातार गिरता गया और हलद्वानी में पीएम 2.5 का स्तर 50-100 से गिरकर 8-10 तक पहुंच गया है, कमोबेश देश के हर हिस्से का यही हाल है, भारत में पीएम 2.5 का सबसे सुरक्षित स्तर 50 है, लेकिन जो हरी भरी वादियां प्रदूषण के लिहाज से सबसे महफूज मानी जाती हैं, पिछले दिनों इन्ही वादियों में पीएम 2.5 का स्तर 55 से 60 के बीच जा रहा था जो आजकल हरी भरी और साफ नजर आ रही है, एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना पूरे विश्व के लिये चिंता का विषय है लेकिन यह सीख लेने की आवश्यकता है की इस बीच हमे प्रदूषण के कारकों को समझना होगा , औऱ अगर हम कोरोना जैसी घातक बीमारी ने निपटने में सफल हो जाते हैं तो यह तय करना जरूरी है की अपनी प्रकृति को साफ रखने लिहाज़ से हम पूरे साल भर में क्या लॉक डाउन जैसे ठोस कदम उठा सकते हैं।Haldwani Pollution reduced
क्या आज भी पाए जाते है वो आशिक…
वैज्ञानिक पवन वर्मा के अनुसार पृथ्वी दिवस के दिन हल्द्वानी का पीएम 2.5 का स्तर 23 है, वैज्ञानिक पवन वर्मा मानते हैं की प्रदूषण का बढ़ता स्तर लगातार चिंता का विषय बनता जा रहा है, हालांकि इस समय सबसे बड़ी चुनौती पूरे विश्व के लिये कोरोना जैसे घातक बीमारी से निपटने की है, प्रदूषण के घटते स्तर को देखा जाए तो बडी फैक्ट्री, वाहनों के चलने पर लॉक डाउन के चलते रोक है, लिहाज़ा इस बात को तय करने की जरूरत है की किन जगहों में प्रदूषण की खास वजह क्या है उस पर कार्यवाही करने की आवश्यकता नज़र आ रही है। Pollution reduced
पानी का मन्दिर है पहाड़ का नौला, अपनी शुद्धता से देता है अपना प्रमाण…
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