उत्तराखंड- (अच्छी खबर) सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना संदिग्ध की डायलिसिस कर पेश की मिसाल

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी-उत्तराखंड में हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोनावायरस संदिग्ध मरीज की डायलिसिस कर मिसाल पेश की है ऐसे मौके पर जब निजी डायलिसिस संस्थान या अन्य अस्पताल को रोना संदिग्ध मरीज के उपचार में हाथ खड़े कर रहे हैं तो वहीं सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टरों ने यह कारनामा कर दिखाया है। यही नहीं सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टरों ने डायलिसिस सेंटर में ले जाए बिना मरीज के बेड में ही तकनीकी रूप से डायलिसिस कंपोनेंट असेंबल कर कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे को भी खत्म किया।

उत्तराखंड के इस अस्पताल ने कोविड-19 के 15 मरीजों को किया ठीक, हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

कोरोना महामारी में डाॅ0 सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों ने चिकित्सकीय पेशे की मिसाल पेश की है। दिनांक 30-05-2020 को डाॅ0 सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में एक रोगी आया जो कोरोना संदिग्ध था जिसको कोरोना के लक्षण, उच्च रक्तचाप व रीनल फेलियर (किडनी खराब) रोग था। उसकी स्थिति अत्यधिक नाजुक व चिंताजनक थी। उक्त रोगी का एक माह पूर्व से रीनल फेलियर का ईलाज दिल्ली के प्राईवेट चिकित्सालय से चल रहा था, जहाॅ पर उसकी डायलिसिस भी हो रही थी। 53 वर्षीय हल्द्वानी निवासी रोगी की रात्रि को अत्यधिक तबियत खराब होने पर डाॅ0 सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लाया गया। चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया तदोपरांत उसको भर्ती कर दिया गया। चिकित्सालय के जनरल मेडिसन के प्रोफेसर डा0 एस0आर0 सक्सेना ने रोगी का परीक्षण करने के उपरांत तत्काल डायलिसिस करने की सलाह दी चूॅकि रोगी का डायलिसिस करना भी आवश्यक था और डायलिसिस लैब में रोगी को ले जाना भी मुश्किल था, क्योकि चिकित्सालय के अन्य स्थानों को संक्रमण से बचाना भी आवश्यक है, इसके लिए डा0 एस0आर0 सक्सेना द्वारा प्राचार्य व चिकित्सा अधीक्षक से विचार विमर्श किया गया कि उस रोगी की डायलिसिस, डायलिसिस लैब में न करके जहाॅ पर रोगी भर्ती है उसी स्थान पर (बैड साईड) में ही डायलिसिस करने का प्रबंध करना चाहिए, जिसके लिए चिकित्सालय के सिविल इंजीनियर व इलैक्ट्रिकल इंजीनियर को पानी और विद्युत की उचित आपूर्ति तथा डायलिसिस मशीन व आर0ओ0 प्लांट को स्थापित करने के लिए कहा गया.

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी - बिंदुखत्ता की मनीषा ने 93.4% अंक प्राप्त कर गांव का नाम किया रोशन
यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड - यहां 21 साल से लापता है प्रवक्ता, अब आई याद

हल्द्वानी- (अच्छी खबर) सुशीला तिवारी अस्पताल से कोरोना के 65 मरीज डिस्चार्ज

तदोपरांत शाम तक सभी आवश्यकीय इंतजाम पूरे होने पर डा0 एस0आर0 सक्सेना व उनकी टीम द्वारा देर रात 10ः30 बजे उक्त रोगी की डायलिसिस की गई। उक्त रोगी अब पहले से ठीक है तथा आज उसकी एक और डायलिसिस की जानी है। कोविड को देखते हुए आजकल कई निजी चिकित्सालयों द्वारा डायलिसिस की सुविधा नही दी जा रही है तथा रोगियों का दिल्ली जाना भी संभव नही हो पा रहा है। 

हल्द्वानी- कोरोना के टेंशन के बीच अच्छी खबर, STH से 12 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज

मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा0 सी0पी0 भैसोड़ा ने कहा कि ’’कोविड की महामारी में भी चिकित्सालय में कार्यरत समस्त चिकित्सक, नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड बाॅय, वार्ड आया, सफाई कर्मचारी व अन्य कर्मी सेवाभाव से कार्य कर रहे है। इसी क्रम में मेडिसन विभाग के डाक्टरों द्वारा कोरोना के संदिग्ध रोगी जो रीनल फेलियर का मरीज है उसकी जान बचाने के लिए कम से कम समय में रोगी को बैड साईड डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराके रोगी की जान बचाई जो काबिलेतारिफ है और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून -(बड़ी खबर) ESI ने उत्तराखंड के 10 अस्पतालो पर की बड़ी कार्यवाही,फर्जीवाड़ा कर रहे दस अस्पताल निलंबित
Dr. S.R. Saxena Profesor General Medicine

 उक्त रोगी को डायलिसिस कराने में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा0 सी0पी0 भैसोड़ा, चिकित्सा अधीक्षक डा0 अरूण जोशी, मेडिसन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस0आर0 सक्सेना, डा0 माधव, डा0 योगेश यादव, डायलिसिस टैक्नीशियन राहत हुसैन , उप प्रबंधक विद्युत रवि पाल, सहायक अभियंता सिविल पंकज बोरा, आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा

उत्तराखंड- (गजब) एंबुलेंस में घूमने आया परिवार, पुलिस ने पकड़ा तो ऐसे हुआ खुलासा

अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें

Subscribe
Notify of

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments