उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में आए प्रवासी आए दिन लॉक डाउन का सदुपयोग करते हुए अपने क्षेत्र के लिए बेहद प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं राज्य के कोने-कोने से आ रही तस्वीरें इस बात को बता रही हैं कि उत्तराखंड का युवा पहाड़ में पलायन जैसी वर्षों पुरानी पीड़ा को समाप्त कर सकता है क्योंकि पहाड़ के इन युवाओं का जो जज्बा अपने राज्य के प्रति दिख रहा है उससे यह स्पष्ट है की पहाड़ का युवा पहाड़ के पानी और जवानी को काम में लगाना चाहता है इसका ताजा उदाहरण पिथौरागढ़ जिले से सामने आया है।
उत्तराखंड- बोर्ड परीक्षा की तारीख बदली, जनिये अब कब होंगी परीक्षा
देश में जारी लॉक डाउन के चलते शहरों में काम करने वाले ज्यादातर प्रवासी इन दिनों अपने गांव लौट आये है। इनमें से कई प्रवासी ऐसे भी है जो अपने खाली समय का सदुपयोग करते हुए गांव की समस्याओं को दूर करने में जुटे है। ऐसा ही एक नजारा देखने को मिल रहा है पिथौरागढ़ जिले के टुंडाचौड़ा गांव में। यहां लौटे प्रवासी युवाओं ने अपने दम पर गांव को सड़क से जोड़ने का बेड़ा उठाया है। बीते 10 दिनों में सभी ग्रामीणों ने मिलकर 2 किलोमीटर सड़क की कटिंग कर डाली है। दरअसल गंगोलीहाट तहसील का टुंडाचौड़ा गांव सड़क मार्ग से 4 किलोमीटर की दूरी पर है। गांव तक पहुँचने के लिए ग्रामीणों को ये पैदल ही तय करनी होती है। शासन प्रशासन से लाख गुहार लगाने के बावजूद जब गांव तक सड़क नही पहुंची तो गांव के युवाओं ने श्रम दान के जरिये सड़क बनाना शुरू कर दिया है। शहर से गांव में लौटे युवाओं की इस पहल को देखते हुए अब पूरा गांव इस मुहिम को साकार करने में जुट गया है।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7017926515 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें