मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक रविवार दोपहर को जैसे ही बरसात का मौसम बना तो लोगो को लगा कि गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन जैसे ही आसमान में घने काले बादल छाए तो एकाएक दिन में रात हो गयी , इस बिचित्र सी घटना को देख हर कोई हैरत में पड़ गया। भरी दोपहरी हुई काली रात की आहट कुछ ठीक महसूस नही हो रही थी कि तभी भयंकर अंधड़ और तूफान शुरू हो गया।
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तकरीबन 20 मिनट चले इस तूफान, बरसात और ओलावृष्टि ने न सिर्फ फसल को नुकसान पहुचाया बल्कि दर्जनों घरो को छत से महरूम कर दिया , अलग अलग शहरों में पांच लोगो की जिंदगी लील ली, कई परिवारों में कोहराम मच गया , कई परिवारों की हंसी खुशी चीखो में तब्दील हो गयी।
विशालकाय पेड़ो को जड़ से उखाड़ने वाले इस तूफान की चपेट में आकर किच्छा में एक दीवार गिरी जिसमे एक महिला की मौत हो गयी तो वही उसकी बेटी घायल हो गयी, उधर बाजपुर में काम से घर लौट रहे युवक की पेड़ गिरने से दर्दनाक मौत हो गई, रुद्रपुर में भी एक युवक का शव पेड़ से दबा हुआ मिला तो कोहराम मच गया, उधर काशीपुर में राइसमिल कई दीवार गिरने से चार मजदूर दब गए जिसमे एक कि मौत हो गयी। उधर हल्द्वानी के गौलापार के गंगापुर में 19 साल के खनन मजदूर के उप्पर पेड़ की टहनी गिर गयी जिससे मजदूर के घर मे चीख पुकार मच गई।
जान के नुकसान के साथ साथ कुमाऊं में सैकड़ो घरो की छत उड़ गई, कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी भारी नुकसान हुआ, और इस अंधड़ और ओलावृष्टि ने फल, सब्जी को पूरी तरह तबाह कर दिया, आम , लीची की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है।
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