हल्द्वानी- उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है कि हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज प्लाजमा थेरेपी के माध्यम से शुरू कर दिया गया है भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद राज्य का सुशीला तिवारी चिकित्सालय पहला ऐसा अस्पताल बन गया है जहां प्लाजमा थेरेपी से कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
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सुशीला तिवारी अस्पताल से शुरू हुए इस प्लाजमा थेरेपी उपचार से कोरोना संक्रमित मरीजों को सीधा फायदा मिलेगा। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्राचार्य चंद्र प्रकाश भैसोड़ा का कहना है कि पूर्व में ठीक हो चुके मरीजों का ब्लड निकालकर प्लाजमा थेरेपी के माध्यम से अन्य गंभीर रूप से बीमार कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है उन्होंने बताया पूर्व में ठीक हो चुके कोरोनावायरस के ब्लड से चार कोरोना संक्रमित मरीज का उपचार किया जा सकता है और इस प्रक्रिया के लिए पूर्व में ठीक हुए मरीजों से संपर्क किया जा रहा है और उनका ब्लड लेकर उपचार भी शुरू कर दिया गया है। वहीं अधिकतर ठीक हो चुके मरीज ब्लड डोनेट करने के लिए तैयार हैं.बताया जा रहा है कि प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से कोरोना के बीमार व्यक्ति में एंटीबॉडी विकसित किया जाता है. पूर्व में ठीक हो चुके मरीज में पाए जाने वाले एंटीबॉडी से लड़ने की क्षमता रखता है।
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