अपने दिल की सुरक्षा: दन्त स्वास्थ्य और दिल के बीमारी के बिच का महत्वपूर्ण रिश्ता
- डॉ यश तिवारी
- डॉ तिवारी डेंटल क्लिनिक, कठघरिया, हल्द्वानी
Haldwani News – आज हम विश्व ह्रदय दिवस मन रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है की हम समझ लें की हमारे दांत स्वस्थ्य और दिल के बिमारियों के बिच एक गहरा सम्बन्ध होता है। यह सम्बन्ध हमारे स्वस्थ्य देखभाल के लिए महत्वपूर्ण है।
- दन्त स्वस्थ्य और दिल के बीमारी का सम्बन्ध-
हमारा मुंह हमारे शरीर का एक दरवाज़ा होता है, और इसके स्वस्थ्य पर हमारे पुरे शरीर के स्वस्थ्य पर भी असर होता है। दन्त स्वस्थ्य और दिल के बिमारियों के बीच का सम्बन्ध अलग अलग रिसर्च स्टडीज से साबित किया गया है, जो एक साथ मिल कर स्वस्थ्य देखभाल की अहमियत को दर्शाती हैं |
- मसूड़ों की समस्या और दिल की बीमारी-
मसूड़ों की समस्या, जिसे पेरिओडोन्टल समस्या भी कहते हैं, एक लम्बे समय तक होने वाली इन्फ्लेम्शन की स्थिति होती है जो आपके दांतो को सहारा देने वाले संरचना को प्रभावित करती है| मसूड़ों की समस्या से पैदा होने वाला इन्फ्लेम्शन, दिल से जुडी समस्याओं जैसे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बड़ा देता है।
- हार्मफुल बैक्टीरिया का प्रसारण-
बुरा ओरल हाइजीन मुंह की स्वच्छता, हार्मफुल बैक्टीरिया को आपके खूनप्रवाह में प्रवेश करने का रास्ता बनता है। जिससे ये बैक्टीरिया आपके दिल तक पहुँच कर इन्फेक्शन्स पैदा कर सकते हैं । इस स्थिति को इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस कहते है और अगर इसे समय पर इलाज न किया जाये तो इसका गंभीर परिणाम हो सकता है।
- स्वस्थ दिल और मुस्कराहट के लिए उपाय-
इस विश्व ह्रदय दिवस पर चलिए स्वस्थ दिल और ख़ुशी वाली मुस्कराहट के लिए अपने दन्त स्वस्थ्य का भी ध्यान रखें। यह कुछ आसान कदम हैं जो आप अपने स्वस्थ दिल और मुस्कराहट को बनाये रखने के लिए कर सकते हैं-
मुंह की स्वच्छता– अपने दांतो को दिन में दो बार ब्रश करें। रोज़ाना फ्लॉस का इस्तेमाल करें और एंटीबैक्टीरियल माउथवाश का उपयोग करें । नियमित दन्त चेकउप भी महत्वपूर्ण है ताकि मसूड़ों की समस्याओं को समय पर पकड़ा जा सके।
स्वस्थ आहार- फल, सब्ज़ियां, लीन प्रोटीन्स और कम शुगर और सैचुरेटेड फैट वाला आहार खाएं। यह न सिर्फ आपके दिल के लिए अच्छा होता है, बल्कि आपके दन्त स्वस्थ्य के लिए भी।
धूम्रपान छोड़ दें- अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इससे छुटकारा पाने के लिए सहायता लें । धूम्रपान दिल और दन्त दोनों के लिए बुरा होता है।
नियमित दन्त चिकित्सक के पास जाएँ- कम से कम तीन बार साल में दन्त चिकित्सक के पास जाएँ, दांत की समस्याओं को जल्दी पकड़कर उनका इलाज करवाने से उनका बड़ा होने से बचा जा सकता है।
तनाव प्रबंधन- लम्बे समय तक तनाव आपके दिल और दन्त स्वस्थ्य दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है, मैडिटेशन, योग, या रिलैक्सेशन एक्सरसाइजेज जैसे तनाव प्रबंधन तरीको का इस्तेमाल करें ।
विशेषज्ञ से सलाह लें- अगर आपको लगता है की आपको दांतो की समस्या है या आपके पास दिल की बीमारी का इतिहास है, तो क्रमश दन्त चिकित्सक एवं हृदय विशेषज्ञ और से सलाह लें ।
निष्कर्ष–
इस विश्व ह्रदय दिवस पर, चलिए अपने दन्त स्वस्थ्य और दिल के बिमारियों के बीच के इस महत्वपूर्ण रिश्ते को समझ लें । एक स्वस्थ मुस्कराहट और स्वस्थ दिल दोनों जुडी हुई हैं और इन दोनों का संरक्षण करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है । हम अपनी सामान्य देखभाल को बनाये रखकर दिल से जुडी रिस्क को कम कर सकते हैं और अपनी मुस्कराहट को हमेशा बनाये रख सकते हैं । तो चलिए, हम अपने दिल और मुस्कराहट का सही से ध्यान रखने का संकल्प लें, क्यूंकि दोनों को विशेष देखभाल की जरुरत है ।
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