रुड़की (हरिद्वार): हरिद्वार जनपद के रुड़की क्षेत्र में एक अवैध वेनम सेंटर (सांपों के ज़हर संग्रहण केंद्र) का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली से आई पीपुल्स फॉर एनिमल (PFA) की टीम ने स्थानीय वन विभाग के साथ मिलकर बुधवार देर शाम खंजरपुर गांव के जंगलों में बने इस वेनम सेंटर पर छापा मारा, जहां से 70 कोबरा और 16 रसल वाइपर प्रजाति के ज़हरीले सांप बरामद किए गए।
छापेमारी के दौरान सेंटर का मुख्य संचालक नितिन कुमार मौके से नदारद मिला केवल उसका प्रतिनिधि विष्णु वहां मौजूद था, जिसका जवाब अस्पष्ट और असंतोषजनक रहा। पूछताछ में विष्णु ने बताया कि वह 24 घंटे यहीं रहता है, लेकिन सांपों के ज़हर की सप्लाई कहां होती थी, इसकी कोई जानकारी उसे नहीं है।
वेनम तो गायब, सांपों की हालत भी खराब
सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि सेंटर में सांपों का जहर मौजूद नहीं था और सांपों को रखने की व्यवस्था भी नियमानुसार नहीं थी। विशेषज्ञों ने बताया कि वहां सांपों के लिए उचित तापमान, रोशनी और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं की गई थी जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति भी ठीक नहीं पाई गई।
वन विभाग की कार्रवाई पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वेनम सेंटर लंबे समय से संचालित हो रहा था लेकिन वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब सवाल उठ रहा है कि अगर यह इतना समय से चल रहा था तो विभाग ने इस पर कोई निगरानी क्यों नहीं की ?
अनुमति खत्म, फिर भी चालू था केंद्र
जांच में सामने आया कि नितिन कुमार को दिसंबर 2022 में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड की ओर से एक साल की सशर्त अनुमति मिली थी, जो दिसंबर 2023 में समाप्त हो चुकी थी। इसके बावजूद वह वेनम सेंटर अवैध रूप से चला रहा था।
पीएफए टीम और वन विभाग ने सभी 86 सांपों को जब्त कर लिया है। चूंकि कोबरा और रसल वाइपर जैसे सांप भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 (संशोधित 2022) की अनुसूची-1 के अंतर्गत संरक्षित प्रजातियां हैं, इसलिए इस मामले में अब कड़ी कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

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